IND vs WI: टेस्ट के बाद वनडे में धमाका करने उतरेंगे रोहित शर्मा, सचिन तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका

नईदिल्ली I सीरीज में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने तीन पारियों में एक शतक और दो अर्धशतक के साथ 240 रन बनाए। अपनी कप्तानी में एक और सीरीज जीत के अलावा बल्लेबाजी फॉर्म के लिहाज से भी यह सीरीज इसलिए भी अच्छी रही क्योंकि 27 जुलाई से तीन वनडे मैचों की सीरीज होनी हैं। रोहित के पास आगामी वनडे सीरीज में दिग्गज सचिन तेंदुलकर को पछाड़कर दूसरा सबसे तेज दस हजार रन पूरा करने का मौका है।

रोहित के अभी 236 पारियों में 9825 रन हैं और वह यह जादुई आंकड़ा छूने से 175 रन दूर हैं। सचिन ने दस हजार रन 259 पारियों में पूरे किए थे। रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम है जिन्होंने 205 पारियों में दस हजार रन पूरे किए थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज पर भारत ने 1-0 से कब्जा किया। पहला टेस्ट भारत ने पारी और 141 रन से जीता था लेकिन दूसरे टेस्ट के अंतिम दिन बारिश के कारण खेल न होने से जीत से आठ विकेट दूर खड़ी भारतीय टीम को ड्रॉ से संतोष करना पड़ा।

10 हजारी में सिर्फ कोहली सक्रिय
रोहित शर्मा भारत के लिए 10 हजार वनडे रन बनाने वाले छठे बल्लेबाज बन जाएंगे। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और महेंद्र सिंह धोनी ने 10 हजार रन का आंकड़ा पार किया है। तेंदुलकर के सबसे ज्यादा 18426 रन हैं। उन्होंने अपने करियर में 463 वनडे खेले थे। कोहली ने 274 वनडे में ही 12898 रन बना लिए हैं। इस मामले में तीसरे स्थान पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली हैं। गांगुली ने 308 मैचों में 11221 रन बनाए थे। द्रविड़ के 10768 और धोनी के 10599 रन हैं। रोहित शर्मा से आगे सिर्फ कोहली ही हैं जो अभी सक्रिय हैं। उनके अलावा सभी ने संन्यास ले लिया है।

वेस्टइंडीज के खिलाफ रोहित का रिकॉर्ड शानदार
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार है। उन्होंने 36 मैचों में 1601 रन बनाए हैं। उनका औसत 57.17 और स्ट्राइक रेट 92.17 का रहा है। रोहित ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन शतक और 12 अर्धशतक लगाए हैं। 162 रन उनका उच्चतम स्कोर है।

वेस्टइंडीज में हिटमैन के रिकॉर्ड को देखें तो उन्होंने 17 मैच कैरेबियाई जमीन पर खेले हैं। इस दौरान 47 की औसत से 517 रन बनाए हैं। रोहित के नाम पांच अर्धशतक हैं। वह अब तक वेस्टइंडीज में शतक नहीं लगा सके हैं। भारतीय कप्तान इस दौरे पर इस सूखे को समाप्त करना चाहेंगे।

उनादकट के लिए सफेद गेंद भी अवसर
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट टेस्ट सीरीज में तो खास नहीं कर सके लेकिन अगर वह वेस्टइंडीज के खिलाफ सफेद गेंद से खेली जाने वाली सीरीज अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आगामी वनडे विश्वकप तक जगह बनाए रख सकते हैं क्योंकि बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी के अन्य विकल्प अर्शदीप को एशियाई खेलों की टीम में चुना गया है। टेस्ट सीरीज में तो वह एक भी विकेट नहीं ले सके।

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