महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 27 तक पहुंच गई है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के अधिकारियों ने शनिवार रात कहा कि खोज और बचाव अभियान रविवार सुबह से फिर से शुरू कर दिया गया है.
एक अधिकारी के मुताबिक, दोबारा शुरू हुए खोज एवं बचाव अभियान के बाद अब तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है.
शनिवार को मलबे में फंसे छह और शवों की बरामदगी के बाद मरने वालों की संख्या 27 तक पहुंच गई. बचाव अभियान के अधिकारियों ने कहा है कि अभी भी 81 लोगों के लापता होने की आशंका है. भूस्खलन प्रभावित इलाके में शवों से दुर्गंध फैल गई है, जिसके बाद इरशालवाड़ी और नानीवली गांव में धारा 144 लगा दी गई है.
राहत और पुनर्वास विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नवीनतम आंकड़ों के अनुसार गांव की आबादी 229 थी और वर्तमान में, 98 लोगों को अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है. अधिकारी ने यह भी कहा कि ‘चल रहे बचाव और खोज अभियान पर निर्णय सोमवार को लिए जाने की संभावना है.’ NDRF के डिप्टी कमांडेंट दीपक तिवारी ने कहा कि खराब मौसम के कारण अधिकारियों को बचाव अभियान में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
लैंडस्लाइड में 17 घर मलबे में दबे
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि मलबे के नीचे दबे शव सड़ने लगे हैं और अब वहां किसी के जीवित पाए जाने की संभावना नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि ‘जिला प्रशासन रविवार को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को एक रिपोर्ट भेजेगा और सोमवार सुबह इस पर फैसला लेने की उम्मीद है.’ अधिकारियों ने कहा है कि गांव के 48 में से कम से कम 17 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से भूस्खलन के मलबे में दब गए हैं.
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