ग्रामीणों के लिए रोजगार का महत्वपूर्ण जरिया बना रीपा

दंतेवाड़ा ,18 जुलाई। महात्मा गांधी औद्योगिक पार्क (रीपा) की शुरुआत से स्व-सहायता समूह की महिलाएं आज विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़कर सफलता की नई कहानियां लिख रही है। लोगों को सेहतमंद बनाने वाला अंडा अब बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बना रहा है। स्थानीय युवा मितान और स्व सहायता समूहो के साथ मिलकर अपनी तकदीर को कड़ी मेहनत एवं अथक प्रयास से बदल रहे है। कभी गंभीर आर्थिक हालात से जूझ रहे लोगों ने आज अपने परिवार को तमाम सुविधाओं से सींच दिया है। अंडा उत्पादन से अच्छी इनकम का जरिया बन गया है। अंडा उत्पादन कर अन्य लोगों के लिए प्रेरक बन गये हैं।



छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना रीपा महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क अंतर्गत रीपा मेंडोली में 2500 नग लेयर बर्ड का पालन स्थानीय युवा मितान और स्व सहायता समूहों के माध्यम से अण्डा उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। प्रतिदिवस 2500 अण्डा का उत्पादन किया जा रहा है। जिसकी बिक्री जिले के सुपोषण केंद्रों, छात्रावासों, पोटाकेबिन, आर्मी कैंप, स्थानीय बाजारों में अंडा विक्रय कर महिलाएं अतिरिक्त आय कमा रही है और आत्मनिर्भर हो रही है। रीपा मेंडोली अंतर्गत अब तक 15 हजार अंडों की बिक्री की जा चुकी है। रीपा से अब गांव स्वावलंबी बन आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे है।