कार्यशाला : पुलिसकर्मियों को आरोपियों के लिये गये फिंगरप्रिंट NAFIS में अपलोड करने का दिया गया प्रशिक्षण

देश भर में गिरफ्तार किये जा रहे आरोपियों का नफीस के जरिये तैयार किया जा रहा डेटाबेस, वारदात बाद फरार हुये आरोपियों की पहचान में मिल रही मदद

रायगढ़, 15 जुलाई । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के निर्देशन पर आज जिले के न्यायालयों में कार्यरत कोर्ट मोहरिर एवं थानों के स्टाफ के लिए गिरफ्तार आरोपियों के फिंगरप्रिंट को रिकॉर्ड स्लिप, सर्च स्लिप में लिये जाने तथा फिंगर प्रिंट को नफीस सिस्टम में अपलोड करने की जानकारी देने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पुलिस कंट्रोल रूम रायगढ़ में किया गया । कार्यक्रम में रेंज फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट निरीक्षक विद्या जोहर तथा रेंज फिंगरप्रिंट आफिस नफीस के सुबोध सागर द्वारा पुलिस कर्मचारियों को आरोपियों से फिंगरप्रिंट लेने और रिकॉर्ड स्लिप और सर्च स्लिप संधारण के संबंध में बारीकी से प्रशिक्षण दिया गया है ।

कार्यशाला में फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट श्रीमती विद्या जोहर एवं नफीस कार्यालय फिंगरप्रिंट प्रशिक्षित सुबोध सागर ने बताया कि केन्द्र सरकार का प्रोजेक्ट NCRB के माध्यम से प्रत्येक थानों में विभिन्न गिरफ्तार आरोपी/ संदेही/ निगरानी/ गुंडा बदमाश/ अज्ञात मृतक एवं जेल में निरुद्ध आरोपियों का सर्च एवं रिकॉर्ड स्लिप फिंगरप्रिंट नफीस सिस्टम से ऑनलाइन फिंगरप्रिंट डेटाबेस तैयार किए जाने की कार्यवाही किया जा रहा । नफीस सिस्टम में अपलोड डाटा बेस पूरे देश के समस्त राज्यों के नफीस ऑपरेटर के माध्यम से उपयोग कर आरोपियों एवं बदमाशों की पहचान की जा रही है । आने वाले समय में नफीस सिस्टम के जरिए एक राज्य से दूसरे राज्य या जिलों में अपराध कारित कर फरार हुये आरोपियों की पहचान करने में पुलिस को आसानी होगी, इसकी गंभीरता को समझाते हुये एक्सपर्ट द्वारा पुलिसकर्मियों को नफीस की बारिकियां बतायी गई । प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपसंचालक अभियोजन श्री वेद प्रकाश पटेल तथा अभियोजन कार्यालय की सहायक उपनिरीक्षक (एम) श्रीमती अपर्णा सिंह, जिला प्रभारी नफीस/ डीसीआरबी शाखा प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक संदीप गायकवाड, नफीस ऑपरेटर प्रभात प्रधान आरक्षक उपस्थित थे ।