रायपुर ,14 जुलाई। छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा के मुख्य आतिथ्य में गुरूवार को फुण्डहर स्थित ‘‘योग भवन‘‘ में बस्तर संभाग के लिए आयोजित सात दिवसीय संभाग स्तरीय आवासीय योग प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। शिविर में 131 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया तथा 188 लोगों ने आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ उठाया। समारोह में छत्तीसगढ़ योग आयोग के सदस्यगण बस्तर संभाग प्रभारी राजेश नारा और दुर्ग संभाग प्रभारी गणेश नाथ योगी भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
ज्ञानेश शर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रशिक्षण के बाद अपने-अपने क्षेत्र में जाकर योग का प्रचार करें और कम से कम 50 लोगों की नियमित कक्षा प्रारंभ करें। आयोग द्वारा कक्षा प्रारंभ करने पर मानदेय दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर इस साल 8 सितंबर को इंडोर स्टेडियम रायपुर में पहली बार 1100 लोगों को सेतुबंध आसन कराया जाएगा, जो एक रिकॉर्ड होगा। इसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किए जाने की भी सम्भावना है। राजेश नारा ने योग के क्षेत्र में बस्तर में जागरूकता आने की बात कही। गणेश नाथ योगी ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन योग को अपने जीवन में शामिल करें।
शिविर में रविकांत कुम्भकार ने छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा संचालित गर्भवती महिलाओं के विशेष योगाभ्यास परियोजना के विषय में जानकारी दी। विषय विशेषज्ञ डॉ. मीना पिंजानी और श्रीमती रजनी पिंजानी ने शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक ऊर्जा परिवर्तन की तकनीक के संबंध में बताया। डॉ. विवेक भारती ने यौगिक आहार एवं पोषण पर प्रकाश डाला। लच्छू राम निषाद ने ध्यान और समाधि के विषय मे विस्तृत जानकारी प्रदान की। छबि राम साहू और श्रीमती मंजू झा ने प्रशिक्षणार्थियों को योग कराया। गायत्री यज्ञ के साथ शिविर का समापन किया गया।
आयोग के सचिव एम. एल. पाण्डेय ने योग आयोग द्वारा आयोजित निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण शिविर की जानकारी देते हुए बताया कि योग आयोग द्वारा बस्तर संभाग के पहले रायपुर और बिलासपुर संभाग के प्रशिक्षणार्थियों को भी सफलतापूर्वक योग प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षणार्थी अपने-अपने संभाग, जिलों और गांवों तक योग के फायदे बताकर लोगों में जागरूकता लाएंगे। इस अवसर पर रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में योग साधकगण उपस्थित थे।
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