आज के बदलते परिवेश में अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बीच अंतर पहचानना ही शिक्षा की आवश्यकता और महत्व -डॉ. संजय गुप्ता

कोरबा, 12 जुलाई । इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका में ‘गुड टच और बैड टच’ से संबंधित एक कार्यशाला एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय की शिक्षिकाओं द्वारा बालिकाओं को एवं शिक्षकों द्वारा बालकों को ‘गुड टच और बैड टच’ से संबंधित जानकारी दी गई एवं भविष्य में उनसे सुरक्षा एवं बचाव हेतु निर्देशित किया गया।


विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में यदि स्कूलों में एक स्वस्थ शिक्षा का माहौल निर्मित करना है तो सर्वप्रथम हमें बच्चों को उनकी जिम्मेदारियों का एहसास दिलाना होगा। आज के बदलते परिवेश में अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बीच अंतर पहचानना शिक्षा की आवश्यकता है। विद्यार्थियों के लिए एक सर्वोत्तम अभिप्रेरक एक आदर्श शिक्षक ही होता है ।अतः विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तक से संबंधित जानकारियों के अलावा व्यक्तिगत अंतःशारिरिक सुरक्षा की जानकारी देना भी अत्यावश्यक हो जाता है। आजकल पाठ्क्रमों में भी सरकार के द्वारा यौनशिक्षा को एक विषय के रुप में सम्मिलित करने हेतु प्रयास किया जा रहा है। जिससे छात्र-छात्र अपनी सीमा एवं सुरक्षा से अवगत होंगे। बच्चे हमारे भावी राष्ट्र निर्माता हैं। अतः उन्हें एक गुणात्मक एवं सुसंस्कृत और स्वस्थ शैक्षणिक माहौल प्रदान करना हमारा उद्देश्य रहेगा।

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