बिलासपुर, 9 जुलाई। पर्यावरण का महत्व तो कोई बरम बाका वाकिंग ग्रुप से समझे। इस ग्रुप के सदस्य निस्वार्थ तन, मन, धन लगाकर शहरवासी को हरियाली के साथ शुद्व आक्सीजन देने का प्रयास कर रहे हैं। इन्होंने तोरवा क्षेत्र में 500 पौधे लगाकर नीम कारीडोर तैयार किया है। अब कर्नाटक उन्नत किस्म के 50 बड़े पौधे मंगाकर इस कारीडोर का विस्तार करने का प्रयास में जुट गए हैं।
ग्रुप का यह प्रयास हर किसी को प्रेरणा देने वाला है। छह साल से पर्यावरण संरक्षण और राहगीरों को शुद्ध आक्सीज़न युक्त वातावरण उपलब्ध कराने के प्रति प्रतिबद्व बरम बाबा वाकिंग ग्रुप वृक्ष है तो जीवन है समर्पण के भावना से कार्य कर रहा है। वर्तमान में पावर हाउस तोरवा मेन रोड में लाल खदान ओवरब्रिज तक और देवरीखुर्द रोड और बरम बाबा मंदिर मार्ग तक पौधारोपण कर रहे हैं।
इनके पौधारोपण कार्यक्रम की खासियत यह है कि इस क्षेत्र में जितने भी पौधे लगाए गए हैं, वह सभी नीम के हैं। पौधे की इस प्रजाति सबसे ज्यादा शुद्व आक्सीजन मिलता है। इसके अलावा इनकी हरियाली भी मन को अलग तरह की सुकून देती है। इसीलिए कारीडोर बनाने उन्होंने नीम का चयन किया। इस कारीडोर अब ग्रुप के सदस्य 500 नीम के पौधे लगा चुका है। इनमें से अधिकांश पौधे अब पेड़ बन रहे हैं और पेड़ बन चुके हैं।
जब राहगीर इस मार्ग से गुजरता है तो हरियाली देखकर उनके कदम एक बार जरूर थम जाते हैं। गर्मी के सीजन में तो धूप से बचने अधिकांश राहगीर इन वृक्षों की छांव ठहरे हुए नजर आते हैं। कारीडोर को विस्तार करने के लिए ग्रुप ने एक और अच्छी पहल की है। कर्नाटका से उत्तम किस्म के 50 नीम के बड़े पौधे मंगाए गए हैं और इसे रोपने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उनका मानना है कि नीम कारीडोर शहर के पर्यावरण को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाएगा।
अध्यक्ष ने लिया था संकल्प –
इस ग्रुप के पहले सदस्य व अध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह सोहल ने गुरुनानक देव की 550वीं प्रकाश पर्व पर कर्नाटक के गुरुद्वारा साहिब नानक झीरा में सत्संग के दौरान 550 पौधे रोपित कर उनकी सेवा करने का संकल्प लिया था, तब से वे सुबह – शाम पेड़- पौधों की सेवा समर्पित भाव से करते हैं। उनके इस समर्पण भाव से हरियाली प्रेमी प्रेरित होते गए और उनके साथ जुड़ते गए।
उनके इस पुनित कार्य में सचिव एलएन साहू, संयोजक अंबिकेश साहू, कोषाध्यक्ष जीआर पटेल, मार्ग दर्शक ओम दिवानी के अलावा अन्य सदस्य आनंद देसार, सहयोगी सुशील कुमार सरकार, सुधाकर तिवारी, दिलीप कौशिक, रमेश मेघानी, ओझा, चन्द्रा, चिरंजीवी राठौर, समर मिश्रा, प्रबल राय, एचएल पटेल, मोहित लाल बुनकर, मनीष सिन्हा, अजय ठाकुर, बलवान सिंह , नवीन प्रसाद, पी पटेल, आर राणा, ब्रह्मदत्त शर्मा, रणजीत, संतोष यादव, आर मिश्रा, गोस्वामी, विवेक कुमार, अनिल कुमार सिंह पूरा सहयोग करते हैं।
सिंचाई के लिए वाहन में लगाया दो हजार लीटर का टैंक
पेड़ो की सेवा व देखभाल एक चुनौती है। जिसे देखते हुए बेहतर सिंचाई के लिए ग्रुप के उपाध्यक्ष संतोष निषाद द्वारा एक छोटा हाथी वाहन में दो हजार लीटर का टैंक लगाकर सहयोग किया। इस टैंक में पाइप लगाकर सदस्य सभी पौधे व पेड़ो में पानी डालते हैं, ताकि वह न सूखे। इतना ही नहीं गोबर खाद के साथ ही बाजार में उपलब्ध अन्य खादों का भी नियमित प्रयोग किया जाता है।
प्रशासन से है यह उम्मीद
सदस्यों का कहना है कि रोड के दोनों ओर एलटी लाइन की बिजली तार गुजरी है। जिसके कारण इन पेड़ों की ग्रोथ में एक बड़ी बाधा आ रही है। इससे वह निराश है और बिजली कंपनी व प्रशासन से आस लगाए बैठे हैं कि इस समस्या का समाधान करने के लिए ठोस मदद मिलेगी। उनका कहना है कि कई जगहों पर बिजली लाइनअंडर ग्राउंड हो गया है कि फिर कवर लगा दिया गया है। यदि इस तरह की पहल होती है तो हरियाली की यह बाधा हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
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