महासमुंद ,07 जुलाई । मुख्यमंत्री सक्षम सुरक्षा योजना और उससे आवश्यक ऋण लेने के माध्यम से बदली जाने वाली एक ज़िंदगी की कहानी बताते हैं। एक महिला, जिनका नाम रुक्मणी है, गरीबी की संकट से जूझ रही थी। तलाक के बाद रुकमणी को अपनी दो बेटी एवं एक बेटे को पालने और घर चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था। वह अपने मायके बिरकोनी में आकर रहने लगी। कुछ वर्षों तक मायके वाले ने उसकी जिम्मेदारी निभाई। किन्तु कुछ समय बाद एक कमरा देकर उसे अलग कर दिया। अब रूक्मणी के पास आय का कोई साधन नहीं था। ऐसे में तीनों बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई, उसे हेमशा चिंता सताने लगी थी। लेकिन उसकी कम आय से उन्हें अपने परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने में मुश्किल हो रही थी।
एक दिन रुक्मणी ने सुना कि मुख्यमंत्री सक्षम सुरक्षा योजना द्वारा महिलाओं को व्यापार करने के लिए ऋण और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसी दौरान उसकी मुलाकात महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक से हुई। उन्होंने इसके बारे में अधिक जानकारी दी और जाना कि वह इस योजना के लिए योग्य हैं। रुक्मणी ने योजना के तहत आवेदन किया और अपने स्वरोज़गार की योजना को प्रस्तुत किया। आवेदन करने पर उन्हें 60 हजार रुपए ऋण प्राप्त हुआ। ऋण लेने के बाद उन्होंने ब्यूटी पार्लर का कोर्स किया। रुक्मणी ने अपनी पहली प्राथमिकता में एक ब्यूटी पार्लर खोलने का निर्णय लिया। धीरे-धीरे पार्लर के साथ-साथ कॉस्मेटिक प्रोडक्ट की छोटी सी दुकान शुरू कर दी। वह निरंतर मेहनत करके काम को बढ़ाती रही और बच्चों के भविष्य के लिए उनकी चिंता दूर करने में सक्षम हुई। उनकी मेहनत और अच्छी प्रबंधन के कारण, ब्यूटी पार्लर का काम बढ़ता गया और रुक्मणी को अधिक स्वायत्तता और आय का स्रोत मिला।
रुक्मणी की ज़िंदगी की कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है, जहां एक महिला ने स्वायत्तता, मेहनत, और सरकारी योजना का भरपूर लाभ लेकर अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर की। रूक्मणी ने बताया कि सक्षम योजना के तहत ऋण लिया था, उसकी नियमित किस्त जमा करती है और अपने परिवार का खर्च भी अच्छे से उठा रही है। यह योजना आर्थिक परेशानियों से घिरी महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के साथ अपने पैरों में खड़े होने का मौका भी प्रदान कर रही है। रुक्मणी ने इस योजना के संचालन के लिए शासन को धन्यवाद दिया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सक्षम सुरक्षा योजना प्रदेश की महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार ने सभी पात्र महिलाओं को कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करने का प्रावधान किया है जिससे वह सभी महिलाएं अपना लघु उद्योग शुरू कर सकें। व्यवसाय आरंभ करने हेतु आसान शर्तों पर एक लाख रुपये तक का ऋण प्रदाय किया जाता है। ऋण की वापसी 5 वर्षों में साधारण वार्षिक ब्याज की दर पर किस्तों में की जाती है।
[metaslider id="347522"]