बस्तर के प्रगतिशील किसान अब खेती करने लेंगे हेलीकॉप्टर

जगदलपुर ,03 जुलाई । बस्तर में सफेद मूसली और काली मिर्च के सबसे बड़े किसान डॉ. राजाराम त्रिपाठी अब खेतों की देखभाल के लिए हेलीकॉप्टर खरीदने जा रहे हैं। डॉ. राजाराम त्रिपाठी चार बार के सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कार सम्मानित हैं। वे बस्तर के कोंडागांव और जगदलपुर में सफेद मूसली, काली मिर्च और स्ट्रोविया की फसल की खेती करते हैं।

 

त्रिपाठी का पूरा परिवार खेती-बाड़ी करता है। अब यह किसान 7 करोड़ रुपये में नया हेलीकॉप्टर खरीदने जा रहा है। हॉलैंड की रॉबिंसन कंपनी से उन्होंने डील भी कर ली है। R-44 मॉडल का चार सीटर हेलीकॉप्टर खेती-किसानी के उपयोग में लाया जाता है। विशेष संसाधनों से युक्त यह उड़नखटोला डेढ़ से दो साल के भीतर बस्तर पहुंच जाएगा। 

डॉ. राजाराम त्रिपाठी वर्तमान में 25 करोड़ रुपये वार्षिक टर्नओवर वाले मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के सीईओ हैं और 400 आदिवासी परिवार के साथ एक हजार एकड़ में सामूहिक खेती कर रहे हैं। यह समूह यूरोपीय और अमेरिकी देशों में काली मिर्च का निर्यात कर रहा है। कोंडागांव के रहने वाले राजाराम त्रिपाठी सफेद मूसली और जैविक खेती के लिए भी जाने जाते हैं। 

उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ट्रिक के साथ काली मिर्च की खेती के लिए प्राकृतिक ग्रीन हाउस तकनीक भी विकसित की है, जिससे 40 वर्षों तक प्रति एकड़ करोड़ों रुपये की आय की प्राप्त की जा सकती है। कृषि मंत्रालय और भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद की ओर से किसान राजाराम तीन बार देश के सर्वश्रेष्ठ किसान और राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड से एक बार सर्वश्रेष्ठ निर्यातक सम्मान से पुरस्कृत हो चुके हैं। राजाराम त्रिपाठी बस्तर के ऐसे पहले किसान बनेंगे, जिनके पास खुद को हेलीकॉप्टर होगा। 

दवा छिड़काव में करेंगे हेलीकॉप्टर का सदुपयोग डॉ. राजाराम त्रिपाठी के मुताबिक, इंग्लैंड और जर्मनी प्रवास के दौरान उन्होंने देखा कि दवा और खाद के छिड़काव में हेलीकॉप्टर का उपयोग हो रहा है। अपने समूह के एक हजार एकड़ के साथ आसपास के खेती वाले जिलों में इस हेलीकॉप्टर का उपयोग करना चाहते हैं। इसके लिए वह कस्टमाइज हेलीकॉप्टर बनवा रहे हैं, ताकि मशीन भी लगवाई जा सके।