Sugar Spike Tips: ज्यादातर लोगों में देखा जाता है कि खाने के बाद अक्सर सुस्ती या मूडी महसूस करने लगते हैं? अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो आपको पता होना चाहिए कि ये ब्लड शुगर बढ़ने के क्लासिक लक्षण हैं, जो खाना खाने के बाद होते हैं। खाने के बाद ब्लड शुगर का बढ़ना एक सामान्य घटना है और यह उन लोगों में भी देखने को मिलता है, जो डायबिटीज से पीड़ित नहीं हैं।
हालांकि, यह एक संकेत हो सकता है कि आपको मधुमेह होने का खतरा है और इसलिए आपको यह पता होना चाहिए कि अपने स्वास्थ्य का प्रबंधन कैसे करें। सबसे पहले अगर आपको खाने के बाद हर दिन ऐसे लक्षण नजर आते हैं, तो इसे बिना नजरअंदाज किए डॉक्टर से सलाह लें और यहां कुछ टिप्स भी दिए गए हैं, जिनकी मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
खाने के बाद अचानक बढ़ने वाले शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए क्या करें?
1. हाई फाइबर डाइट लें
फाइबर एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है, जो शरीर में टूटता नहीं है और क्योंकि यह बहुत कम मात्रा में चीनी पैदा करता है इसलिए इसके सेवन से रक्त शर्करा के स्तर पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों का सुझाव है कि हाई फाइबर से भरपूर फूड आइटम्स का सेवन करने से आपके ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि नहीं होती है। इसके अलावा फाइबर युक्त फूड आइटम्स का सेवन आपको तृप्त रखता है, जिससे अधिक खाने की इच्छा नहीं होती। साथ ही, आप एक्स्ट्रा कैलोरी या बहुत अधिक चीनी नहीं खाते हैं।
2. खाने के तुरंत बाद न लेटें
अगर आप खाने के तुरंत बाद लेट जाते हैं, तो इस आदत को बदल दें। कई अध्ययनों से पता चला है कि खाने या बैठने के तुरंत बाद लेटने से ब्लड शुगर लेवल में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। जब आप ऐसा करते हैं, तो मसल्स एक्स्ट्रा ग्लूकोज को ब्लड सर्कुलेशन में ठीक से ट्रांस्फर नहीं कर पाती। साथ ही, यह आदत पाचन संबंधी समस्याओं को भी बढ़ा सकती है। इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए खाने के बाद कुछ देर तक धीरे-धीरे चलना बेहतर होता है। यह ग्लूकोज को अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करने का भी एक अच्छा तरीका है।
3. खाने के पोर्शन का ध्यान रखें
खाने के बाद शुगर की बढ़ोतरी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है खाने के पोर्शन को कंट्रोल करना। कोशिश करें कि दिन में कई बार छोटे-छोटे हिस्सों में खाएं, एक ही बार में ज्यादा डाइट न लें। थाली में खाने का ज्यादा पोर्शन भी शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। आप कम मात्रा में खाने से ब्लड शुगर संतुलित रहेगा और अचानक इसमें कोई उतार-चढ़ाव नहीं होगा।
4. कम ग्लाइसेमिक वाले फूड आइटम खाएं
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स, सीधे ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करते हैं। चाहे आप मधुमेह रोगी हों या मधुमेह विकसित होने का खतरा हो, डाइट में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड आइटम्स को शामिल करना चाहिए। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के आंकड़ों के अनुसार, भोजन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स जितना कम होगा, रक्त शर्करा में वृद्धि उतनी ही धीमी होगी। अगर आप खुद को पिज्जा, ब्रेड या चावल जैसे हाई ग्लाइसेमिक वाले फूड्स से दूर नहीं रख सकते हैं, तो खाने की मात्रा का ध्यान रखें।
5. नाश्ता न छोड़ें
सुबह का नाश्ता आपको दिनभर के काम के लिए फ्यूल करता है और इसीलिए यह सबसे जरूरी होता है। आमतौर पर लोग सोचते हैं कि रात के खाने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। नाश्ते से लेकर दोपहर के खाने तक, दिन में आप जो कुछ भी खाते हैं वह आपके रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकता है। वहीं, नाश्ता स्किप करने से अगला मील लेने पर ब्लड शुगर लेवल में तेजी से वृद्धि हो सकती है।
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