अमृत सरोवरों के माध्यम से परंपरागत जल स्रोतों को दिया जा रहा नया आयाम : कुलस्ते

बैकुण्ठपुर ,28 जून । भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत परंपरागत जलस्रोतों को बढ़ाने और उसे ज्यादा से ज्यादा जनपयोगी बनाने के लिए मिशन अमृत सरोवर प्रारंभ किया है। आजादी के अमृत काल में हमें अपने पुराने जलस्रोतों के नवीनीकरण के साथ जल संचय को पूरी सजगता से बढ़ाना होगा तभी आने वाली पीढ़ी जल का सदुपयोग कर तरक्की कर सकेगी।



उक्ताशय के विचार भारत सरकार में मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने ग्राम पंचायत बंजी के अमृत सरोवर के निरीक्षण के दौरान व्यक्त किए। उन्होने मौके पर उपस्थित ग्राम पंचायत की महिलाओं से बात करते हुए अमृत सरोवर में किए जाने वाले स्वरोजगार की भी जानकारी प्राप्त की। केंद्रीय मंत्री कुलस्ते भारी बारिष के बीच ग्राम पंचायत बंजी पहुंचे और वहां जाकर अमृत सरोवर का निरीक्षण किया। उन्होने सरोवर की मेड़ पर पीपल बरगद जैसे महत्वपूर्ण पौधों के रोपण व सुरक्षा के आवष्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए।



इस दौरान जनपद पंचायत के अधिकारियों ने उन्हे अवगत कराया कि ग्राम पंचायत बंजी में पंद्रह लाख तिहत्तर हजार रुपए की लागत से यह सरोवर तैयार किया गया है। इस अमृत सरोवर का क्षेत्रफल एक एकड पंद्रह डिसमिल का है। आने वाले समय में इस सरोवर में दस हजार घनमीटर से ज्यादा जल संचय किया जा सकेगा। इसमें आजीविका की गतिविधियों के साथ ही फसलों की सिंचाई और स्थानीय जनों के निस्तार हेतु पानी मिल सकेगा। अमृत सरोवर के इस कार्य को देखकर केंद्रीय मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की और यहां तालाब से मत्स्य पालन करने के लिए चिन्हांकित गांव के बेला स्व सहायता समूह की सदस्यों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन किया।



समूह की अध्यक्ष प्रेमा देवी और समूह की सचिव अनीता ने केंद्रीय मंत्री कुलस्ते को अवगत कराया कि ग्राम पंचायत द्वारा हमें यह तालाब मत्स्य पालन की आजीविका गतिविधियों के लिए पट्टे पर प्रदान कर दिया गया है। सरोवर में पानी भरते ही इसमें मछली बीज डालकर आजीविका कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री के भ्रमण के दौरान जनपद पंचायत सीइओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी, कर्मचारी और बेला स्व सहायता समूह की महिलाएं व उनके परिजन उपस्थित रहे।

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