मेरठ : उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां जिले की कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. का पालतू कुत्ता चोरी हो गया था। जब इस बात का पता पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों को लगा तो उनमें खलबली मच गई। पुलिस प्रशासन की टीम कमिश्नर के कुत्ते को ढूंढने में लग गई। लगभग 25 घंटे बाद सोमवार शाम 7 बजे कुत्ता पांडवनगर क्षेत्र से बरामद कर लिया गया। बताया गया है कि कमिश्नर आवास का गेट खुला था, जिसके चलते कुत्ता खुद ही बाहर चला गया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को कुत्ता गायब होने पर लगभग 2 घंटे तक कमिश्नर आवास में तैनात कर्मचारी और पुलिसकर्मी इधर-उधर उसे तलाशते रहे।
काफी प्रयास के बावजूद वह नहीं मिला तो स्टाफ ने कमिश्नर को जानकारी दी। रात में लगभग 12 बजे नगर निगम से पशु कल्याण अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह अपनी टीम को लेकर कमिश्नर आवास पर पहुंच गए। उन्होंने 2 साल के इको (कुत्ते) का फोटो ले लिया और स्टाफ से जानकारी लेकर तलाश शुरू कर दी।
आपको बता दें कि काफी तलाश करने के बाद सोमवार सुबह 8 बजे से फिर टीम ने कुत्ते की तलाश में डोर-टू-डोर अभियान चलाया। रात में कुत्ते के बरामद होने पर प्रशासन और निगम को राहत मिली। कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. का कहना है कि कुत्ता खुद गया था और खुद लौट आया। कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. के आवास से रविवार शाम 6 बजे साइब्रेयन हस्की ब्रीड का कमिश्नर का कुत्ता गायब हो गया। कमिश्नर आवास में तैनात पुलिस वालों ने कुछ देर तक तो कुत्ते का इंतजार किया और फिर आसपास में उसको ढूंढना शुरू किया।
बर्फ वाले इलाके में मिलते हैं साइबेरियन हस्की
पशु कल्याण अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि साइबेरियन हस्की नस्ल के कुत्ते अधिकांश बर्फ वाले इलाके में पाए जाते हैं। इस प्रजाति के कुत्ते परिवार के सदस्य के साथ ज्यादा लगाव रखते हैं। यह देखने में सुंदर होते हैं, इनके सूंघने की क्षमता भी ज्यादा होती है। बताया गया कि बर्फ वाले क्षेत्र में फंसे लोगों को सूंघकर उनको खोजने में यह सबसे ज्यादा मददगार होते हैं। हाल के वर्षों में देश में इस प्रजाति के कुत्तों को पालने का चलन बढ़ा है।
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