बिलासपुर: जेल जाने से पहले शेरू असलम ने दिया इस्तीफा, जमीन कब्जा करने किसान को धमकाते हुए दिखाया था रौब

बिलासपुर। जमीन विवाद पर किसान को अपने पद का धौंस दिखाकर राजनीतिक विवादों में घिरे युवक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष शेरू असलम ने जेल जाने से पहले अपने पद से भी इस्तीफा दे दिया है। विपक्ष के हमलावर होने के बाद युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने उसे नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था। इस जवाब के साथ युवा नेता ने पूरे मामले की जांच होने तक अपना पद छोड़ दिया है। साथ ही राजनीतिक साजिश के तहत फंसाने का आरोप भी लगाया है।

युवक कांग्रेस नेता शेरू असलम की गुंडागर्दी और किसान को धमकी देने का वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद अब इस मामले में पुलिस की जिला प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहा है। किसान ने वीडियो जारी कर समझौता कागज पर हस्ताक्षर कराने के लिए TI पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। इधर, पुलिस ने केस दर्ज करने के साथ ही शेरू असलम को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने उसे जेल भेज दिया है।

युवक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष शेरू असलम ने दिया इस्तीफा।

युवक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष शेरू असलम ने दिया इस्तीफा।

जेल जाने से पहले ही प्रदेश अध्यक्ष को भेजा इस्तीफा
युवक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष शेरू असलम खान ने प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को अपना इस्तीफा भेज दिया है, जिसमें उसने कहा है कि मुझ पर राजनीतिक षड्यंत्र के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं, जिसमें भाजपा के कुछ नेता मेरी जाति को आधार बनाकर इस मामले को तूल दे रहे हैं, जिससे संगठन की छवि धूमिल हो रही है। इस पूरे मामले में मैने अपना जवाब पेश कर दिया है। मैं चाहता हूं कि मामले कि निष्पक्ष जांच कराई जाए, जब तक जांच पूरी नहीं होती तब तक मैं अपने पद से इस्तीफा देता हूं, जिसे स्वीकार किया जाए।

जमीन विवाद पर किसान को पद का रौब दिखाते हुए दी थी धमकी।

जमीन विवाद पर किसान को पद का रौब दिखाते हुए दी थी धमकी।

डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता शेरू असलम के किसान को धमकी देने वाले वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस की काफी फजीहत हुई है। इसके बाद एक्शन लेते हुए एक तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने उसे नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वहीं, दूसरी तरफ उसके खिलाफ पुलिस ने धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया गया है।

अब जानिए क्या है पूरा मामला…
मोपका निवासी उमेंद्र राम साहू किसान है। उसने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी कृषि भूमि है। उस जमीन के मेड़ को काटकर शेरू असलम व उसके साथियों ने समतल करा दिया है और दो अलग-अलग खसरे की जमीन को अपना होने का दावा कर रहा है। उमेंद्र राम के विरोध करने पर शेरू असलम ने अपने आप को कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बताकर धौंस दिखाते हुए धमकाना शुरू कर दिया। जब पीड़ित किसान ने उससे जमीन की रजिस्ट्री पेपर दिखाने के लिए कहा, तब शेरू असलम ने उससे जमीन का दस्तावेज मांगा और बोला कि मैं अपना पेपर नहीं दिखाऊंगा, तुम्हें जो करना है, जहां जाना है जाओ, आखिर में घूम फिर कर मेरे पास ही आओगे। मेरी ऊपर तक पहुंच है, अगर मेरे से पंगा लोगे तो तुम को जान से मरवा दूंगा।