सामूहिक कन्या विवाह में 43 बेटियों के हाथ हुए पीले ,मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से बेटियों के विवाह की चिंता हुई दूर, खर्च में भी हो रही बचत: मंत्री भगत

गरियाबंद 23 जून 2023/ जिला मुख्यालय के इन्डोर स्टेडियम में आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। योजना अंतर्गत जिले के 43 बेटियों का विवाह सम्पन्न हुआ। सभी जोड़ों का धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल जिले के प्रभारी मंत्री एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, राजिम विधायक अमितेश शुक्ल सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं आमजनों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। राज्य शासन द्वारा इस वर्ष से योजना अंतर्गत सहायता राशि को 25 हजार रूपये से बढ़ाकर 50 हजार रूपये किया गया है। सामूहिक विवाह में वधुओं को 21 हजार रूपये का चेक राशि सहित आलमारी, पंखा, सूटकेस, श्रृंगार समान, कपड़े और बर्तन आदि सामान भी उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों के हितग्राहियों को भी आदान सामग्रियां प्रदान कर लाभान्वित किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि श्री भगत ने जिले के स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के लिए 3 एम्बुलेंस प्रदान करने की घोषणा की। सामूहिक विवाह में छुरा विकासखंड के 08, मैनपुर के 24, फिंगेश्वर 01, गरियाबंद के 03 एवं देवभोग के 07 जोड़े शादी के पवित्र बंधन में बंधे। कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम, जनपद अध्यक्ष फिंगेश्वर श्रीमती पुष्पा साहू, जिला पंचायत सभापति श्रीमती मधुबाला रात्रे, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लक्ष्मी साहू, तेलघानी बोर्ड के सदस्य श्शैलेन्द्र साहू, वरिष्ठ नागरिक भाव सिंह साहू, जनक ध्रुव सहित कलेक्टर आकाश छिकारा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित कांबले, वनमण्डलाधिकारी मणिवासगन एस, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, एडीएम अविनाश भोई, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग अशोक पाण्डेय, अन्य जनप्रतिनिधि, मीडिया प्रतिनिधि सहित नागरिकगण मौजूद रहे।


सामूहिक कन्या विवाह में मौजूद प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत ने नवविवाहित जोड़ों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सभी वर्गो के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। किसान, मजदूर, युवा, बुजुर्ग सहित सभी वर्ग विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हो रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया ने गरीब परिवारों की चिंता करते हुए उनके बेटियों के विवाह के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत राशि को 25 हजार रूपये से बढ़ाकर 50 हजार रूपये किया। इससे विवाह के समय होने वाले खर्च और जरूरी तैयारियों की चिंता दूर हो गई। जिससे कमजोर एवं गरीब परिवारों के बेटियों के विवाह में होने वाले खर्च की भी बचत हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सार्वभौम पीडीएस के तहत निःशुल्क राशन भी दिया जा रहा है। वनवासियों को लाभान्वित करने के लिए अब 65 प्रकार के वनोपज की खरीदी की जा रही है। मंत्री श्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला प्रदेश है, जहां किसानों को सबसे ज्यादा मूल्य धान का मिल है। साथ ही राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे है।
विश्वास ही विवाह का आधार, समन्वय के साथ वैवाहिक जीवन बिताएं – विधायक श्री शुक्ल -कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजिम विधायक अमितेश शुक्ल ने नवदम्पत्तियों को वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विवाह का आधार विश्वास होता है। पति-पत्नी को एक-दूसरे के ऊपर विश्वास और समन्वयता के साथ वैवाहिक जीवन बिताना चाहिए। उन्होंने वर-वधुओं को एक -दूसरे का सम्मान करते हुए परिवारों का भी मान-सम्मान बनाये रखने के लिए प्रेरित किया। विधायक श्री शुक्ल ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सहायता राशि 50 हजार रूपये किये जाने पर प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल का आभार भी जताया।


मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से विवाह के खर्चों की फिक्र हुई दूर – सामूहिक कन्या विवाह के अंतर्गत विवाह करने आए मैनपुर के बेहराडीह निवासी सावित्री, तुहामेटा निवासी रामबती, उरमाल निवासी गंगा, मोंगराडीह निवासी मेनका ने बताया कि इस योजना के तहत शासन की ओर से की जाने वाले सहायता से विवाह में होने वाले खर्चों की फिक्र दूर हो गई है। विवाह में होने वाले खर्च से परिजन चिंतित रहते थे। साथ ही जरूरी व्यवस्थाओं के लिए कर्ज भी लेना पड़ता था। गरीब परिवारों लिए आसानी से विवाह करना सरल काम नहीं था। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत दिए जाने वाले सहायता राशि और शादी का खर्च शासन द्वारा निर्वहन करने से गरीब परिवारों के बेटियों की शादी की चिंता दूर हो गई है। सामूहिक कन्या विवाह में शामिल होने आये वर-वधुओं और उनके परिजनों ने शासन की इस योजना का आभार जताया।