उत्तर प्रदेश के बदायूं के विभू उपाध्याय ने नीट परीक्षा पास कर सफलता की एक प्रेरक इबारत लिखी है। प्रतिदिन कछला घाट पर गंगा आरती करने वाले विभू का पढ़ाई पर ही उतना ही फोकस था।
जितना गंगा मईया की भक्ति पर। उनकी सफलता में धर्म और कर्म का अद्भुत संयोजन निकलकर सामने आया है। यही वजह है कि खुद सीएम योगी ने उन्हें ट्वीट कर शुभकामनाएं दी हैं।
साल 2019 से गंगा आरती में शामिल होते हैं विभु
विभू उपाध्याय साल 2019 से लगातार कछला के गंगा घाट पर होने वाली गंगा आरती में नियमित शामिल होते रहे हैं। उनका कहना है कि गंगा आरती में जुड़ने से, उन्हें अपनी सनातन संस्कृति से जुड़ाव का आभास होता था और अपनी संस्कृति से कनेक्ट होना उन्हें भाता था। वह इसे गंगा मईया का ही आशीर्वाद ही मानते हैं कि वह कभी निराश नहीं हुए और अब नीट की परीक्षा पास कर एमबीबीएस डॉक्टर बनेंगे।
सीएम योगी ने विभु उपाध्याय को दी शुभकामनाएं
जितना गंगा मईया की भक्ति पर। उनकी सफलता में धर्म और कर्म का अद्भुत संयोजन निकलकर सामने आया है। यही वजह है कि खुद सीएम योगी ने उन्हें ट्वीट कर शुभकामनाएं दी हैं।
साल 2019 से गंगा आरती में शामिल होते हैं विभु
विभू उपाध्याय साल 2019 से लगातार कछला के गंगा घाट पर होने वाली गंगा आरती में नियमित शामिल होते रहे हैं। उनका कहना है कि गंगा आरती में जुड़ने से, उन्हें अपनी सनातन संस्कृति से जुड़ाव का आभास होता था और अपनी संस्कृति से कनेक्ट होना उन्हें भाता था। वह इसे गंगा मईया का ही आशीर्वाद ही मानते हैं कि वह कभी निराश नहीं हुए और अब नीट की परीक्षा पास कर एमबीबीएस डॉक्टर बनेंगे।
सीएम योगी ने विभु उपाध्याय को दी शुभकामनाएं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विभु उपाध्याय की सफलता पर उन्हें बधाई दी है। ट्वीट करते हुए सीएम योगी ने कहा है कि यह प्रेरक उपलब्धि संस्कारित एवं अनुशासित जीवन शैली का प्रतिफल है। उन्होंने आगे कहा कि इस अप्रतिम सफलता के लिए विभु उपाध्याय को हार्दिक बधाई और उज्जवल भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं। मां गंगा का आशीर्वाद उन पर सदा ही ऐसे बना रहे।
विभु उपाध्याय के पिता हैं पशु चिकित्सक
नगर पंचायत कछला निवासी विभु उपाध्याय को नीट एग्जाम में 622 अंक मिले हैं। नतीजे आने के बाद लोग उनके घर पर आकर बधाईयां दे रहे हैं। विभु के पिता नीरज शर्मा निजी पशु चिकित्सक हैं और कछला गंगा आरती समिति के सदस्य भी हैं। विभु ने इंटरमीडिएट एग्जाम आर के पब्लिक स्कूल से उत्तीर्ण करने के बाद पहले ही प्रयास में नीट परीक्षा पास की है। वह नियमित गंगा आरती में शामिल होते थे। हालांकि जब वह नीट परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा गए थे या फिर उनका एग्जाम चल रहा था। उस दौरान वह गंगा आरती में शामिल नहीं हो पाए थे।