डायन बिसाही जैसे अंधविश्वास के नाम पर होने वाली महिलाओं की हत्या को रोकने के लिए एक तरफ राज्य सरकार ने कठोर कानून बनाए हैंं, बावजूद इसके राज्य के विभिन्न जिलों में अंधविश्वास और डायन बिसाही के नाम पर महिलाओं की हत्या का सिलसिला जारी है . बगैर सोचे समझे ग्रामीण अंधविश्वास में पड़कर हत्या जैसे संगीन अपराध को अंजाम दे रहे हैं. हालांकि कई मामलों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है, बावजूद इसके हत्या का सिलसिला जारी है.
डायन बिसाही होने की शंका में राजधानी रांची के इटकी थाना क्षेत्र के मल्टी गांव में अपराधियों ने लगभग 60 वर्षीय बासो उराईन नामक महिला की पहले धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया, फिर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को एक बोरे में बंद कर मल्टी गांव के ही बुचा दाढ़ी स्थित एक सुनसान कुएं में फेंक दिया. कुँए से बदबू आने के बाद ग्रामीणों ने कुएं में झांक कर देखा कि एक शव बोरे में बंद है.
आरोपियों ने बोरे में बंद कर लाश कुएं में लगाई ठिकाने
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची इटकी थाना की पुलिस ने कुँए से बोरे में बंद महिला बासो उराईन कि सड़ी- गली अवस्था में शव बरामद किया .बता दें कि महिला बासो उराइन पिछले 3 दिनों से अपने घर से लापता थी. आशंका व्यक्त की जा रही है कि 3 दिन पूर्व ही महिला की हत्या कर शव को बोरे में बंद कर अपराधियों ने कुएं में फेंक दिया था. मृतक महिला बासो उराईन की बेटी पुष्पा उराईन ने अपनी मां की गुमशुदगी को लेकर इटकी थाने में एक मामला दर्ज कराया था. प्राथमिकी के दौरान उसने मल्टी गांव के ही रहने वाले बिरसा उरांव सहित अन्य लगभग आधा दर्जन नामजद सहित कई अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध अपनी मां बासो उराइन को डायन बताकर मारपीट करने और उनकी हत्या की आशंका जताई थी.
मृतक महिला और उसके परिजनों का होता था सामाजिक बहिष्कार
दरअसल इसी महीने की 1 जून को मल्टी गांव के ही रहने वाले एक 14 वर्षीय नाबालिक बच्चे की मौत बीमारी के कारण हो गई थी. मृतक बच्चे के परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने उसकी मौत को लेकर मृत महिला बासो उराईन को दोषी करार देते हुए उस पर डायन करने का आरोप लगाया था . ग्रामीणों का कहना था कि मृतक महिला बासो उराव काला जादू जानती है वह डायन है. इस कारण गांव के लोग महिला से दूरी बनाकर रखते थे. गांव में आयोजित होने वाले सामाजिक कार्यक्रमों से बासो उराइन और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को दरकिनार कर दिया जाता था.
हिरासत में एक युवक, जांच में जुटी पुलिस
महिला बासो उराइन की हत्या और दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने मल्टी गांव पहुंचकर बिरसा उरांव नामक एक युवक को हिरासत में ले लिया. इसके साथ ही घटना में संलिप्त अन्य आरोपियों की धरपकड़ और मामले की जांच में जुट गई है , महिला का कुएं से शव बरामद होने के बाद गांव के कई पुरुष सदस्य पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए घर छोड़कर फरार हैं. इटकी थाना के पुलिस के द्वारा वृद्ध महिला बासो ऊराइन की हत्या को लेकर मल्टी गांव के सात नामजद सहित छह अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई. फिलहाल एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है अन्य की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी है.
पहले भी हो चुकी हैं अंधविश्वास के शक में हत्याएं
बता दें कि डायन बिसाही जैसे अंधविश्वास की शंका में ग्रामीणों की गई हत्याकांड की यह कोई पहली घटना नहीं है. राजधानी रांची के इटकी थाना क्षेत्र की घटना से पिछले ही महीने की 3 मई को झारखंड के लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र लाधुप पंचायत के हेसला गाव के दो युवकों की एक दुर्घटना में हुई मौत के बाद हैसला गांव के ग्रामीणों ने पंचायत कर गांव के ही 75 वर्षीय सिबल गंझू और उनकी 70 वर्षीय पत्नी बउनी गंझू पर डायन बिसाही होने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने भरी पंचायत में लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था. हालांकि इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्याकांड के आरोप में एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
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