जांजगीर-चांपा , 9 जून । शासन की महत्वकांनरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत गौठानों में आजीविका गतिविधियों से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर हुई हैं। आज ये महिलाएं घरेलू कामकाज के साथ उत्साह और लगन के साथ आजीविकामूलक कार्यों को भी कर रही है। जांजगीर-चांपा जिले की बाल विकास परियोजना जांजगीर नवागढ़ मे परियोजना अधिकारी विकास सिंह के द्वारा सक्षम योजना के तहत सामान्य महिला देवकुमारी साहू ग्राम खोखसा को सक्षम योजनान्तर्गत 80 हजार रुपए ऋण दिलवाया गया। इनके द्वारा मुर्गी पालन के नाम से ग्राम खोखसा मे काम शुरू करने व उससे होने वाले फायदा के बारे में देवकुमारी साहू को जानकारी देकर काम शुरू करवाया गया।
सेक्टर सरखों अंतर्गत ग्राम पंचायत खोखसा निवासी देवकुमारी साहू मुर्गी पालन कर बेहतर ढंग से जीवन यापन कर रही है। साहू के पति मजदूरी का कार्य करते हैं। कमाई का श्रोत अच्छी नहीं होने के कारण परिवार चलाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। साहू ने बताया की में सक्षम योजना के तहत् उन्हें 80 हजार रुपए का ऋण प्राप्त हुआ, जिसमें मुर्गी पालन के लिए 500 चूजा क्रय कर काम शुरू किया गया। वर्तमान मे मुर्गी का वजन 1 कि.ग्रा. से अधिक हो गया है, जिसे बिक्री कर घर का खर्च का वहन किया जा रहा है व परिवार का खर्च चलाने में बहुत बड़ा सहारा मिल रहा है।
सक्षम योजना के द्वारा प्राप्त ऋण से अब परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक हो गई है व मानसिक परेशानी भी समाप्त होने लगी है और मुझे आात्मनिर्भर बनाने में सक्षम योजना का बहुत बड़ा हाथ है। उन्हें एक हजार पांच सौ साठ रुपये का किश्त के लिए मुर्गी बिक्री करने से इतना राशि मिल जा रहा है, की किश्त प्रारंभ होने से आसानी से जमा किया जा सकता है व घर का खर्च भी आसानी से चल रहा है।
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