अमृत सरोवर मिशन के साथ ग्रामीण विकास विभाग के अन्य योजनाओं का निरीक्षण करेंगे संयुक्त आयुक्त

बैकुण्ठपुर ,09 जून ।  भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार आजादी के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर प्रत्येक जिले में अमृत सरोवरों का निर्माण कराया गया है। महात्मा गांधी नरेगा के तहत बने इन तालाबों के साथ ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की सभी प्रमुख योजनाओं का क्रियान्वयन, कार्यों की उपयोगिता और गुणवत्ता परखने के लिए राज्य कार्यालय द्वारा आयुक्त मनरेगा सहित अन्य अधिकारियों को प्रदेश स्तर से अलग अलग जिलों का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

यह अधिकारी जिलों में होने वाली आगामी दिशा समिति की बैठकों में भी नामित सदस्य के तौर पर उपस्थित रहेंगे। राज्य शासन द्वारा जारी इस आदेश के संबंध में जानकारी देते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि नोडल अधिकारी अपने आवंटित जिले में आकर मिशन अमृत सरोवरों के अतिरिक्त अन्य योजनाओं के मैदानी प्रभाव का भी आकलन करेंगे। उन्होने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कोरिया एवं एमसीबी जिले के लिए संयुक्त आयुक्त मनरेगा संतोष ठाकुर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिले के नोडल अधिकारी कल कोरिया जिले का और उसके बाद एमसीबी जिले का निरीक्षण करेंगे।

जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि दोनों जिलों में बने सभी अमृत सरोवरों में से कम से कम दस प्रतिशत कार्यों का भौतिक सत्यापन नोडल अधिकारी द्वारा 26 बिंदुओं की चेक लिस्ट के अनुसार किया जाएगा। राज्य द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी नोडल अधिकारी अपने आवंटित जिलों का प्रतिमाह दौरा कर मनरेगा के कम से कम दो प्रतिशत कार्यों का तथा कम से कम एक पूर्ण कार्य का अवलोकन करेंगे। साथ ही वह पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राहियों के मकानों का अवलोकन करेंगे। नोडल अधिकारी द्वारा स्वच्छ भारत मिषन के अंतर्गत कराए जा रहे कार्योंं का भी अवलोकन किया जाना है।

सीइओ ने बताया कि नोडल अधिकारी द्वारा कोरिया जिले में कल जनपद पंचायत सोनहत एवं बैकुण्ठपुर जनपद के ग्रामों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। उसके बाद 11 जून को एमसीबी जिले के जनपद पंचायत खड़गंवा और दूसरे पहर में जनपद पंचायत मनेन्द्रगढ़ के ग्राम पंचायतों में कार्यों का निरीक्षण व सत्यापन किया जाएगा। जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि नोडल अधिकारी के निरीक्षण भ्रमण हेतु समन्वय अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं और अन्य सभी योजनाओं के प्रमुख भी उनके निरीक्षण में साथ रहेंगे। उन्होने सभी तकनीकी अधिकारियों को भ्रमण के दौरान मौके पर उपस्थित रहने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।