Raipur :कचना के नवनिर्मित मंदिर मे 21 जून को विराजेंगे मुनि सुव्रत नाथ

रायपुर ,04 जून । मुनिसुव्रत नाथ दिगम्बर जैन मंदिर अमलतास कैंसल कचना मे 18 से 21जून तक होने वाली मूल नायक भगवान मुनि सुव्रत नाथ वेदी प्रतिष्ठा के लिए प्रमुख पात्रों का चयन बोलियो के माध्यम से 4 जून को किया गया। इसमें सौधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य विनोद कुमार विक्रम कुमार जैन नगर राजिम वाले को प्राप्त हुआ। अन्य पात्रों मे कुबेर इंद्र कुलदीप सिंघई रायपुर महायज्ञ नायक शरद जैन शिशिर जैन टैगोर नगर रायपुर बाहुबली  कमल चंद विपिन कुमार अशोका रत्न रायपुर भरत विनय जैन सीए टैगोर नगर ईशान इंद्र आशीष सुरेश मोदी रायपुर महेंद्र इंद्र प्रकाश जैन खमारडीह सनत इंद्र प्रवीण सीमा जैन हैदराबाद को प्राप्त हुआ।

पात्र चयन के पूर्व मंदिर मे मुलनायक भगवान का अभिषेक, शांति धारा, पूजन, आरती की गयी। तदुपरान्त चौसठ रिद्धि विधान का आयोजन भी किया गया था, जिसमे बड़ी संख्या मे समाज सें धर्म प्रेमियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। मंदिर के प्रांगण पर विश्व पर्यावरण दिवस पर दिगंबर जैन सोशल ग्रुप रायपुर ने मंदिर के बगीचे में , सभी चयनित पात्र व सोशल ग्रुप के पदाधिकारी और सदस्यों के साथ 51 पौधे रोप। इनमे बादाम, चंदन, अमरूद, आम, बेल, अशोक आदि शामिल थे।

मुनि सुब्रत नाथ मंदिर के अध्यक्ष प्रदीप जैन एवं अजित जैन ने बताया की मुनि सुब्रत नाथ भगवान का मंदिर अमलतास कैंसल कचना मे नवनिर्मित मंदिर जो की राजस्थान स्थित बंशी पहाड़ सें लाये गए गुलाबी पत्थरो से निर्मित हो रहा है जिसकी आयु हजारों वर्षों की होती है। इस मंदिर का निर्माण कार्य अचार्य भगवन विद्या सागर महाराज के आशीर्वाद से फरवरी 2019 को प्रारंभ हुआ था। भूमि पूजन जय कुमार शास्त्री के पावन सानिध्य मे सम्पन्न हुआ था। इसके पश्चात बेदी शिलान्यास का कार्यक्रम अचार्य विशुद्ध सागर के शिष्य सुयश सागर एवं सदभाव सागर के सानिध्य में प्रतिष्ठा चार्य अजित शास्त्री के मार्ग दर्शन पर सम्पन्न हुआ।

इसके उपरांत शिखर शिलान्यास का कार्यक्रम भी अजीत शास्त्री के सानिध्य मे सम्पन्न हुआ, जिसकी भूतल सें ऊंचाई 41 फीट है। मुलनायक एवम अन्य भगवानों का पंच कल्याणक आचार्य भगवन के सानिध्य में अमरकंटक मे 25 मार्च से 1 अप्रैल तक सम्पन्न हुआ फिर भगवानों को पूर्ण सम्मान के साथ मूल नायक को अमलतास कैसल के मंदिर में विराजमान कर 2 अप्रैल को भगवान का महा मस्तकाभिषेक किया गया। मुलनायक भगवान मुनि सुव्रत नाथ की प्रतिमा काले पत्थर सें निर्मित की गयी है जिसका वजन 700 किलोग्राम है जिसका  जिसकी बेदी प्रतिष्ठा 21 जून को होंगी।