कवर्धा ,01 जून । कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिले में बच्चों में नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति एवं सड़क जैसी परिस्थति में रहने वाले चिन्हांकित बच्चों के रेस्क्यू एवं उचित संरक्षण के लिए जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स गठित की है। टॉस्क फोर्स में जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर, श्रम निरीक्षक सी आर नंदा, औषधि निरीक्षक जितेन्द्र पाटीदार, सहायक राजस्व निरीक्षक मनीष सिंह ठाकुर, निवेदिता मिश्रा, अजित कुमार तिर्की, समाज शिक्षा संगठक बाल कल्याण, पुलिस अधिकारी विशेष किशोर पुलिस इकाई संजय जायसवाल, एस एल पेन्दा, एस के भास्कर जीपी बैनर्जी एवं जिला बाल संरक्षण इकाई चाईल्ड लाईन के अधिकारी कार्मचारी शामिल है।
जिला स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। जिला स्तरीय टास्क फोर्स ने कार्ययोजना अनुसार अभियान चलाते हुए कवर्धा शहर के अंबेडकर चौक, बस स्टैड, चौपाटी, पंचर दुकान, मेडिकल स्टोर्स, कबाड़ दुकानों विभिन्न चिन्हांकित स्थानों में कार्यवाही करते हुए दो नबालिग बच्चों का रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के माध्यम से बाल गृह भेजा गया। कार्यवाही के दौरान टॉस्क फोर्स में सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी, सी आर नंदा श्रम निरीक्षक, मोदिता गुप्ता सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, श्रीमती अंजना तिवारी, श्रीमती इरशाद बेगम सहित पुलिस विभाग एवं समाज सेवी संस्था के सदस्य उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिले के बच्चों के लिये नशा मुक्त एवं बाल शुलभ सुराक्षित वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता कार्यक्रम, शिविर, कार्यशाला प्रशिक्षण आदि आयोजन कर लोगों को बाल अधिकार संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है साथ ही समाज के मुख्यधारा से भटके देखभाल एवं संरक्षण की जरूरतमंद बच्चों के संरक्षण एवं पुर्नवास के लिये निरंतर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिशन वात्सल्य बाल संरक्षण कार्यक्रम अंतर्गत कुल 130 देखभाल एवं संरक्षण की जरूरतमंद बच्चों को शासकीय बाल गृह में संरक्षण देकर पुर्नवार्शित किया गया है।
[metaslider id="347522"]