कोरबा lसामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि भारत सरकार पिछले सप्ताह रेल मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ में आजादी के बाद से अब तक रेलवे आवागमन से अछूता क्षेत्र खरसिया से परमल कासा उड़ीसा बॉर्डर से महाराष्ट्र बॉर्डर तक 8741 करोड़ का बड़ा प्रोजेक्ट की स्वीकृति दी गई है जो छत्तीसगढ़ के विकास में सहायक सिद्ध व आम जनता के लिए वरदान से कम नहीं है . आजादी के बाद से अखंड कांग्रेस शासित केंद्र ने मध्य प्रदेश में सम्मिलित छत्तीसगढ़ क्षेत्र की घोर उपेक्षा की जिसके कारण छत्तीसगढ़ विकास से कोसों दूर लेकिन केंद्र में भाजपा सरकार आते ही मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ का विभाजन कर नया प्रदेश का गठन किया गया .उसके बाद से कांग्रेस कार्यकाल के बजाय भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ का लगातार सभी क्षेत्रों में विकास हो रहा है . इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह छत्तीसगढ़ के लिए रेल यातायात में आम जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उड़ीसा के बॉर्डर खरसिया से महाराष्ट्र बॉर्डर परमलकासा तक 8741 करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत कर रेल मंत्री ने छत्तीसगढ़ को कृतार्थ किया है.
सिन्हा ने आगे बताया कि खरसिया चम्पा सकती बलौदा बाजार बिलासपुर नया रायपुर दुर्ग राजनंदगांव ज़िले बाईपास होते हुए परमल कासा तक यातायात की सुलभ संचालन में 8 हाई स्पीड रैल एक्सप्रेस सहित ट्रेन चलेगी जिससे छत्तीसगढ़ वासियों को जहां रेलवे की कोई रूट नहीं थी उस रूट पर रेल यातायात के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव सरकार के प्रति आभार है.
रेलवे ने खरसिया से परमल कासा 8741 करोड़ प्रोजेक्ट की स्वीकृति स्वागतेय-सिन्हा
