कोरबा, 27 मई । प्रकृति के इस कहर पर किसी का वश नहीं। हमारे हिन्दू संस्कृति में मान्यता है कि गौवंश जहां रहती हैं, वहां के लोगों पर की विपत्ति हर लेती हैं,अर्थात अपने ऊपर ले लेती हैं। एक साथ 23 वंश पर गाज गिरी और सब मृत हो गयीं। कोई भी इन्सान को चोट नहीं पहुंचा। ऐसी होती हैं हमारी गौमाता।
आज हमारी संस्था टीम सोनपुरी गांव के लोगों से मिलें।उन्हें भी अपनी गौवंश खोने का दुख था। 23 गौवंश खत्म हुयी थी, जिनके मालिक 21 हैं। सब मुआवजा की माँग हेतु एकत्रित हुये थे, चूंकि आज वहां गौसेवा आयोग के अध्यक्ष का आगमन होने वाला था, किन्तु किन्हीं कारणों से स्थगित हो गया।
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