केंद्रीय अधिकारियों ने धमतरी के जल संरक्षण कार्यों को सराहा

धमतरी ,27 मई  भारत सरकार, जल संसाधन, जल शक्ति मंत्रालय के नोडल अधिकारी आशीष कुमार गुप्ता और मानसी भट्टाचार्य ने शनिवार को धमतरी प्रवास के दौरान जिले के विकासखण्ड धमतरी के बागतराई, कुर्रा और मगरलोड विकासखण्ड के मेघा, रांकाडीह में जल संरक्षण हेतु निर्मित किये जा रहे अमृत सरोवरों का दौरा किया। सबसे पहले उन्होंने बागतराई स्थित अमृत सरोवर का मुआयना किया और यहां चल रहे कार्यों जैसे वृक्षारोपण, जल संरक्षण गतिविधि, सरोवर में जलभराव का स्त्रोत आदि के बारे में पूछा। इस दौरान ग्रामीणों और महिलाओं से भी रू-ब-रू चर्चा करते हुए गांव में पानी की उपलब्धता, पेयजल प्रदाय करने का समय, नल कनेक्शनों इत्यादि की जानकारी ली साथ ही उनकी समस्याएं भी सुनीं।

ग्राम कुर्रा स्थित अमृत सरोवर में किए गए कार्य, जल स्त्रोत की जानकारी, अमृत सरोवर में सृजित मानव दिवस, निर्माण लागत, सरोवर से सिंचित होने वाली भूमि का रकबा, सरोवर का उपयोग आदि की जानकारी अधिकारियों ने ली। सरपंच ने बताया कि अमृत सरोवर का उपयोग प्रमुख रूप से मछली पालन और निस्तारी के लिए किया जाता है। सरोवर के समीप स्थित बोर के जरिए इसका जलभराव किया जाता है। गुप्ता ने सरोवर के चारों ओर वृक्षारोपण, सौंदर्यीकरण करने और सरोवर तक पहुंचने हेतु सीढ़ी बनाने कहा।

मगरलोड के मेघा और रांकाडीह स्थित अमृत सरोवरों का जायजा लेते हुए उपस्थित ग्रामीण महिलाओं से चर्चा की और गांवों में पेयजल की उपलब्धता, स्वच्छता, निस्तारी आदि के बारे में पूछा। महिलाओं ने बताया कि गांव में जल जीवन मिशन के तहत दिन में दो बार पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। स्व सहायता समूह की महिलाएं गांव में कचरा कलेक्शन करतीं हैं और गांव को स्वच्छ बना रहीं हैं। निस्तारी और मछलीपालन के लिए अमृत सरोवर का उपयोग किया जाता है। गांव में ग्रामीणों के सहयोग से सरोवर के चारों ओर की गई आकर्षक रौशनी को देख अधिकारियों ने इसे सराहा और अन्य ग्रामीणों को भी इससे प्रेरणा लेने की बात कही।

गौरतलब है कि अधिकारियों ने 26 मई को वनांचल के सिंगपुर स्थित पम्पार नाला में जल संरक्षण हेतु बनी संरचनाओं का अवलोकन किया और कहा कि जल संरक्षण की दिशा में जिले में बेहतर कार्य किया जा रहा है। इसके बाद अधिकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के गोद ग्राम दुगली में पेयजल हेतु संचालित योजना, जलकर राशि, पानी की जांच का समय, विधि आदि के बारे में पूछा। इसके साथ ही अधिकारियों ने नगरी विकासखण्ड के ग्राम कौहाबाहरा, कमारपारा, सेमरा स्थित शासकीय उद्यान रोपणी, गट्टासिल्ली के चेकडेम इत्यादि का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। गुप्ता ने कहा कि जल अमूल्य है, इसका सही उपयोग करें। इस मौके पर जल संसाधन विभाग, कृषि, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जिला पंचायत सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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