नई दिल्ली , 27 मई । हर पांच में से तीन भारतीयों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले नौ वर्षो में भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पेश करने में सफल रहे हैं। सीवोटर सर्वे में यह खुलासा हुआ है। मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए शासन के नौ वर्षो को चिह्न्ति करने के लिए सीवोटर द्वारा पूरे देश में किए गए सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत दिलाने के बाद नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से प्रधानमंत्री मोदी ने अन्य देशों के नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भारत के हितों को लगातार और आक्रामक रूप से बढ़ावा दिया है।
इसका प्रभाव इतना महत्वपूर्ण रहा है कि विपक्ष को वोट देने वाले 50 प्रतिशत भारतीय भी इससे सहमत हैं। ऐसा दुर्लभ है क्योंकि विपक्षी दलों के समर्थकों ने आम तौर पर न केवल इस सर्वे में बल्कि पिछले वर्षो में सीवोटर द्वारा किए गए कई अन्य सर्वे भी विभिन्न मुद्दों पर नरेंद्र मोदी शासन को नापसंद किया है। भारत में 56 प्रतिशत मुसलमानों की राय है कि पीएम मोदी पिछले एक साल में भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पेश करने में विफल रहे हैं।
वहीं, जनसांख्यिकी और जातीय पहचान से परे भारतीयों के एक बड़े वर्ग का मानना है कि मोदी भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पेश करने में सफल रहे हैं। अगस्त 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली अमेरिका यात्रा से मोदी ने राजनयिक बैठकों का बेहद व्यस्त कार्यक्रम बनाए रखा है।
[metaslider id="347522"]