Bhopal news: राजधानी भोपाल के कोलार इलाके से दुखी कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां गेहूंखेड़ा में 1 साल के मासूम की पानी से भरी बाल्टी में डूब गया। हादसे के वक्त उसके माता-पिता घर पर आए मेहमानों की खातिरदारी में बिजी थे। तभी मासूम बेटा खेलते हुए पानी की बाल्टी में सिर के बल गिर गया था। जिसे परिजनों ने तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। आराम नहीं लगने पर उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया। जहां पर बीती रात उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
कोलार थाने के एसआई अनुसार गेहूंखेड़ा के रहने वाले अतीक खान 30 साल के हैं और वेल्डिंग का काम करते हैं। उनके दो बेटे और एक बेटी है। सबसे छोटा बेटा 1 साल का मुदस्सिर था, जो हाल में ही चलना सीखा था। बीती रात 18 मई को उनके घर में मेहमान आए हुए थे इस कारण पति-पत्नी उनकी खातिरदारी में व्यस्त थे। इसी बीच मुदस्सीर खेलते हुए बाहर आंगन में पहुंच गया। वहां एक पानी से भरी हुई बाल्टी रखी थी मदद सिर्फ पानी में हाथ डालने की कोशिश कर रहा था तभी मैं फिर केवल पानी की बाल्टी में गिर गया। इससे उसकी नाक और मुंह के रास्ते फेफड़ों में पानी भरा गया।
घटना के तत्काल बाद परिवार वाले उसे जैकी अस्पताल लेकर पहुंचे इलाज से बच्चे की सेहत में सुधार नहीं होने के कारण परिजनों से दूसरे अस्पताल लेकर पहुंचे। वे लगातार वह हॉस्पिटल बदलते रहे, लेकिन उसे कोई आराम नहीं लगा। इसके बाद वे रेनबो अस्पताल ले गए। गुरुवार परिजन नवजात बच्चे को लेकर इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल पहुंचे जहां देर रात ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर अजीत मीणा ने मेडिकल जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर मीणा ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस मामले में हमीदिया अस्पताल के सरकारी डॉक्टर और मेडिकल ऑफिसर अजीत मीणा का कहना है कि 13 माह का बच्चा मुदस्सिर खान कोलार थाना क्षेत्र के गांव का रहने वाला है उसे लेकर उसके परिजन देर रात करीब 11:45 पर अस्पताल के इमरजेंसी में आए थे। परिजनों के मुताबिक उनका बच्चा पानी की बाल्टी में डूब गया था मेडिकल जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित किया गया। परिजनों नए बच्चे के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने की मांग की थी, लेकिन मामला संदिग्ध था। इस कारण शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में शिफ्ट कराया गया है।
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