झांसी में आयोजित “बिबग्योर राष्ट्रीय चित्रकला” में कलाकारों ने किया उत्कृष्ठ प्रदर्शन


झांसी उत्तरप्रदेश के मणिकर्णिका आर्ट गैलरी एवं राजकीय संग्रहालय के संयुक्त तत्वावधान एवं उत्तरप्रदेश की प्रख्यात चित्रकार व मणिकर्णिका आर्ट गैलरी की डायरेक्टर कामिनी बघेल के निर्देशन में दिनांक 20 व 21 मई 2023 तक दो दिवसीय विबग्योर राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें देश के जूनियर व सीनियर वर्ग के लगभग 50 सिद्धहस्त चित्रकला कलाकारों ने अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन संग्रहालय की कला वीथीका में किया।


उक्त प्रदर्शनी अवसर पर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा ने सभी चित्रों का अवलोकन किया एवं भिलाई से पधारे सभी कलाकारों के चित्रों की अत्यंत सराहना की। उन्होंने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि चित्रकारों को समाज में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है क्योंकि वह अपनी सोच और बुद्धि से चित्र बनाता है, चित्रकार पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करता है और लोगों को जागरूक करता है। जब चित्रकार चित्र बनाता है तो अपने ब्रश के माध्यम से तरह-तरह के रंग उस चित्र में भर देता है और उस चित्र में व्यक्ति, संबंधित विषय वस्तु, समाज की वास्तविकता व विभीन्न पहलुओं को अपनी कला-कौशल के माध्यम से प्रदर्शित करता है। चित्रकला को अन्य कलाओं से श्रेष्ठ माना जाता है। अंत में उन्होंने सभी कलाकारों को उनकी उत्कृष्ठ कला कृतियों के लिए बधाई देते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी एवं अपनी कला को देश-विदेश में बढ़ाकर अपना व अपने माता-पिता व अपने राज्य का नाम रौशन करने का आव्हान किया।


इस कला प्रदर्शनी में जूनियर वर्ग में श्रीनिका बिसवाल, स्तुति सिंह राजपूत, टी. रितिशा, प्रातिका लांजीवाल, जे. स्फूर्ति, जानवी सिंह, आरूषी गोयल, आशीवी सिंह, तनिष्का खन्ना, पायल दुबे एवं सीनियर वर्ग में प्रतिभा महाराणा की कलाकृतियों का चयन कर प्रदर्शन किया गया एवं अतिथियों ने उक्त सभी कलाकारों को मेडल व प्रमाण-पत्र प्रदान कर प्रोत्साहित किया।


कला प्रदर्शनी का शुभारंभ डा. सुनीता बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के समन्वयक के मुख्य आतिथ्य एवं किशन सोनी वरिष्ठ कलाकार, जगदीश लाल वरिष्ठ स्क्रैप आर्टिस्ट व अपर्णा दुबे अध्यक्ष समर्पण सेवा समिति के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया। वहीं इस चित्रकला प्रदर्शनी के समापन के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा एवं विशिष्ट अतिथि डा. नितिन शास्त्री, बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के आर्टिस्ट प्रोफेसर डा. अजय गुप्ता एवं राजकीय संग्रहालय की विथिका प्रभारी डा. उमा पाराशर रहीं।