कृषक चौपाल में किसानों से खरीफ फसल पर लें सुझाव : कलेक्टर

अम्बिकापुर ,23 मई । बीते दिनों कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा ली गई बैठक के एजेंडा पर कलेक्टर कुन्दन कुमार ने बीते सोमवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में जिले के अधिकारियों के साथ कृषि संबंधी कार्ययोजना पर बैठक ली। 6 घंटे तक चली इस मैराथन बैठक में कृषि एवं संबद्ध विभागों उद्यानिकी, मत्स्य एवं पशुधन विकास विभाग से रबी फसल, खरीफ कार्यक्रम निर्धारण और गोधन न्याय योजना पर कलेक्टर ने विस्तार से समीक्षा की।

बैठक में कलेक्टर कुन्दन ने कृषि विभाग के अधिकारियों को जिले के प्रत्येक विकासखंड में खरीफ 2023 प्रस्तावित कार्यक्रम पर कृषक चौपाल आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में कहा कि गांवों में जाकर कृषक चौपाल करें। किसानों के साथ बैठकर खरीफ फसलों की कार्ययोजना पर चर्चा करें और उस क्षेत्र में किसानों की रुचि, नवाचार और वाणिज्यिक महत्व पर चर्चा करते हुए फसल लेने पर उनका सुझाव लें। इसके बाद कार्ययोजना तैयार करें और इसके आधार पर बीज की मांग करें। उन्होंने कहा कि कृषक चौपाल में किसानों की मांगों और आवश्यकताओं सहित फसल बीज की मांग पर चर्चा करें।

गोधन न्याय योजना के विभिन्न मानकों गोबर खरीदी, वर्मी कंपोस्ट कन्वर्जन रेट, सक्रिय और स्वावलंबी गौठान, आजीविका गतिविधियों, पशुपालकों के पंजीयन, वर्मी कंपोस्ट के विक्रय, गौठान निर्माण प्रगति, गौठानों में आय-व्यय की जानकारी संधारित करने आदि पर समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसी तरह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत पंजीयन और किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाने के लिए भी अभियान चलाकर केसीसी बनाए जाने के निर्देश दिए गए।

कलेक्टर ने जिले में मिलेट मिशन को विस्तार देने के संबंध में विभागों को निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य शासन की मंशानुरूप मिलेट फसल के उत्पादन और उपयोग को प्रोत्साहन देने जिन क्षेत्रों में कोदो, कुटकी और रागी जैसे मिलेट की अच्छी पैदावार संभव है, उन क्षेत्रों में जिले में संचालित मिलेट मिशन को विस्तार देते हुए उन्नत बीज वितरण सहित समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए और उनके समर्थन मूल्य पर विक्रय भी सुनिश्चित किया जाए।

बैठक में बतौली विकासखंड के ग्राम बांसा झाल और सलियाडीह में लगभग 1 हजार हेक्टेयर में जैविक कृषि के प्रस्ताव पर कलेक्टर ने जानकारी लेकर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र प्रवर्तित योजनाओं और राज्य पोषित योजनाओं के तहत हितग्राहियों के चयन पर विशेष निर्देशित करते हुए कहा कि लघु सीमांत कृषक, विशेष पिछड़ी जनजाति के किसान, महिला किसान, एवं दिव्यांग कृषकों को पात्रता अनुसार सहयोग करें और आदान सामग्री, बीज, कृषि यंत्र आदि का वितरण भी उचित पात्रता के अनुरूप किया जाए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत नूतन कुमार कंवर, सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी तथा अनुविभागीय अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित रहे।