जन चौपाल में प्राप्त आवेदनों का गंभीरता से निराकरण करें : कलेक्टर

कवर्धा ,20,मई। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने शनिवार को जिला कार्यालय में राजस्व विभाग, राजस्व अधिकारियों के समन्वय से क्रियान्ववित होने वाले योजनाओं, कार्यक्रमों तथा राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों की गहनता से समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने जनचौपाल के माध्यम से राजस्व विभागों से जुड़े प्राप्त आवेदनों की निराकरण की स्थिति की समीक्षा की। कलेक्टर ने जनचौपाल में राजस्व से जुड़े आवेदनों का बेहद गंभीरता तथा संवेदनशिलता के साथ सर्व प्राथमिकता में निराकरण करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर महोबे राजस्व विभाग की समय सीमा की बैठक में तहसीलवार राजस्व न्यायालय में लंबित प्रकरणों की गहनता से समीक्षा की। उन्होने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण का प्रतिशत 92 फिसदी से उपर होनी चाहिए। बटांकन से जुड़े प्रकरणों को एक अभियान चलाकर निराकरण करें। उन्होने समय सीमा के बाहर सभी प्रकरणों का प्राथमिकता में निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने राजस्व मंडल के अभिलेख मांग पत्रों को शीघ्रता से भेजने के निर्देश दिए।

कलेक्टर महोबे ने सर्व एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों, आश्रम छात्रावास एवं स्कूलों के मरम्मत कार्य के लिए चल रहे कार्यों का भी औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। साथ ही सार्वभौम पीडीएस योजना के तहत राशन समाग्री के भण्डारण एवं वितरण की स्थिति की भी लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एसडीएम को इसके अलावा उनके क्षेत्रो में राज्य शासन की प्राथमिकता वाली कार्यक्रमों मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना और मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के क्रियान्यन की समीक्षा एवं मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।

एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के लिए खाद्-बीज उठाव का सतत मॉनिटरिंग करें


 कलेक्टर  महोबे ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के लिए खाद्-बीज उठाव एवं खेती-किसानी के लिए किसानों द्वारा ली जाने वाली कृषि ऋण संबंधित कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के किसानों को खेती किसानी के लिए ली जाने वाली कृषि ऋण एवं खाद-बीज उठाव में किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानी नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान  जिले में जैविक खेती को बढावा एवं प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को जैविक खाद का उपयोग करने और जैविक खेती से होने वाले फायदें के बारे में किसानों को समय समय पर चर्चा परिचर्चा करने के भी निर्देश दिए है। उन्होने सर्व एसडीएम को खाद-बीज के भण्डारण एवं उठाव पर सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए है।