अम्बिकापुर। सूरजपुर जिले में रेशम का उत्पादन बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार की सिल्क समग्र योजना प्रारम्भ की गई है। केन्द्रीय रेशम बोर्ड द्वारा मलबरी रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इस योजना को जिला रेशम विभाग द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। इसका लाभ दिलाने के लिए रेशम विभाग सूरजपुर के सहायक संचालक द्वारा लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। योजना के क्रियान्वयन हेतु विभाग की बैजनाथपुर, मदनेश्वरपुर एवं प्रेमनगर में नर्सरी तैयार की जा रही है। यहाँ तीन लाख 30 हजार पौधों की नर्सरी तैयार होगी।
रेशम केन्द्र बैजनाथपुर में तैयार हो रही नर्सरी जिले में इस योजना अंतर्गत 55 किसानों की स्वीकृति मिली है। इसके अन्तर्गत वर्षा ऋतु में पौधरोपण किसानों के खेतों में किया जाएगा। योजना का लाभ लेने से किसान वर्ष में चार से पांच फसल ले सकते हैं। इससे वर्ष में वे एक से सवा लाख रुपए तक कमा सकते हैं। सिल्क समग्र योजना में ऐसे निजी किसान भी लाभ ले सकते हैं, जो रेशम विभाग में पंजीकृत नहीं है। केन्द्रीय योजना अन्तर्गत सिंचित भूमि पर पानी की सिंचाई व्यवस्था के लिए 60 हजार रुपए का अनुदान और पौधरोपण के लिए 60 हजार का अनुदान दिया जाएगा। फसल उत्पादन के बाद रेशम के कीड़ों को व्यवस्थित रखने के लिए भवन निर्माण के लिए तीन लाख 25 हजार रूपए का अनुदान भी दिया जाएगा। किसानों को उन्नत फसल के लिए 50 हजार का अलग से अनुदान भी दिया जाएगा। कीटनाशक छिड़काव के लिए पांच हजार रूपए की दवा भी दी जाएगी।
किसानों को केन्द्रीय की शहतूत रेशम बाड़ी योजना का लाभ लेने के लिए एक एकड़ भूमि पर पांच लाख रूपए का अनुदान विभाग द्वारा दिया जाएगा। इस योजना में जमीन उपलब्ध कराने के बाद संबंधित किसान को 10 प्रतिशत की राशि जमा करनी होगी। 10 प्रतिशत की राशि राज्य शासन देगा और शेष राशि केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
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