शिविर में 60 मानसिक मरीजों को साईकॉथेरेपी दिया गया

जशपुरनगर ,15 मई । कलेक्टर मित्तल के निर्देशन में मानसिक रोग के उचार को आमजन तक सरल व सुलभ रूप से उपलब्ध कराने के उदेश्य से प्रत्येक माह के हर गुरूवार को जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में शिविर का अयोजन विगत माह अप्रैल से संचालित किया जा रहा है।

इसी कड़ी में विगत दिवस 11 मई को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पत्थलगांव में मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मनोविदलता 08, बायपोलर मुड डिसऑर्डर 04, अवसाद 14, चिंता संबंधी मानसिक विकार 08, तनवा संबंधी मानसिक विकार 08, मिर्गी 04, निद्रा संबंधी विकार 04, और नशा से संबंधी मानसिक विकार 10 सहित कुल 60 मानसिक रोग से प्रभावित व्यक्तियों को औषधि उपचार व साइकोथेरेपी दिया गया। साथ ही गंभीर मानसिक रोग से प्रभावित 10 व्यक्तियों को डे केयर में भर्ती करके समान्यकृत किया गया। शिविर में जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई के नोडल अधिकारी सह मेडिसीन विशेषज्ञ डॉ. डी.के. अग्रवाल, कार्यक्रम समन्वयक सह मनोवैज्ञानिक डॉ. अबरार उज्जमा खान, सीनियर मनोरोग परिचारक विवेक कुजूर, सचिवीय सहायक अविनाश द्विवेदी, मूल्यांकन व निगरानी अधिकारी निरंजन राम ने अपनी सेवाएं दी।

मानसिक रोग के लक्षण : 

मानसिक रोग के व्यक्ति लगातार उदास होते हैं, किसी भी कार्य में रूचि नहीं लेते, ऐसे लोगों की अक्सर नींद पूरी नहीं होती है, असफलता के लिए स्वयं को दोषी मानते हैं, अक्सर महसूस करते हैं कि मैं मर जाता मेरे जीवन का कोई मोल नहीं है, आत्माहत्या का प्रयास करना, भीड़ भाड़ वाले जगहों में घबराहट महसूस करना या इन स्थानों में न जाना, मन में सिकी विचार का बार-बार आना, हटने का प्रयास करने पर विचार का बने रहना, शराब व किसी भी नशीली वस्तु जैसे तम्बाकू जनित उत्पाद भांग, गांजा, हीरोईन, अफीम, चरस, खांसी की दवा, नींद की दवा, दर्द की दवा, अलप्राजोलाम, बोनफिक्स, वाईटनर इत्यादि का लगातर सेवा करना इनके लक्षण में शामिल है।

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