बच्चे करेंगे जंगल सफारी, नालंदा लाइब्रेरी, साइंस पार्क का भ्रमण कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने दिए निर्देश
कलेक्टर ने किया सखी वन स्टॉप सेंटर, बालगृह का निरीक्षण
जांजगीर चांपा 11 मई / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिला मुख्यालय जांजगीर में संचालित बाल गृह का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से मुलाकात कर बच्चों से उनके दिनचर्या के बारे में सवाल पूछे। कलेक्टर ने छात्रों से बालगृह में रहने, खाने और पढ़ने की सुविधा के बारे में पूछा। कलेक्टर ने छात्रों से पढ़ाई के संबंध में जानकारी लेते हुए उन्हें मेहनत और लगन से पढ़ाई कर आगे बढ़ने प्रेरित किया।
उन्होंने बच्चों को आश्वस्त किया कि उनकी पढ़ाई के लिए अच्छा माहौल देने और सभी सुविधाएं देने प्रशासन हमेशा तत्पर रहेगा। निरीक्षण के दौरान स्वामी आत्मानंद विद्यालय के कक्षा 11वीं के छात्र ने बताया कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बनना चाहता है। कलेक्टर ने कक्षा तीसरी के छात्र से उसके पसंदीदा खेल के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसे क्रिकेट और फुटबॉल खेलना पसंद है। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि बच्चे जो पढ़ना चाहते हैं, जो बनना चाहते हैं उसके लिए किसी भी प्रकार की सुविधा की कमी नहीं होनी चाहिए। इसी उद्देश्य से कलेक्टर ने बच्चों के मन में बड़ा सपना जगाने उन्हें रायपुर के नालंदा लाइब्रेरी भ्रमण पर ले जाने कहा जिससे वहां बच्चे जाकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी देख सके इसके अलावा कलेक्टर ने बच्चों को जंगल सफारी, साइंस पार्क, पिकनिक ले जाने और समर कैंप का आयोजन भी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शयनकक्ष, छात्रों के कमरों में प्रकाश व्यवस्था ,शौचालय एवं रसोई का निरीक्षण किया। उन्होंने किचन में बच्चों को दी जा रही खाद्य पदार्थ के रखरखाव का निरीक्षण किया और वहां साफ-सफाई और अन्य सुविधा की प्रशंसा की।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने जिला मुख्यालय में संचालित सखी वन स्टॉप का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान सखी सेंटर में आश्रय में रह रही सर्वाइवर से उसके प्रकरण व सखी में दी जाने वाली सुविधा व सहायता के संबंध में जानकारी लेते हुए माह अप्रैल, मई 2023 के कुल प्राप्त प्रकरणों, काउंसलिंग, प्रकरणों पर की जाने वाली संपूर्ण कार्यवाही कार्यालयीन प्रकरण संबंधी फाईल, पंजी का अवलोकन किया गया। केन्द्र प्रशासक एम. निशा खान द्वारा सखी में प्राप्त प्रकरणों में अन्य स्टेक होल्डर्स के साथ मिलकर अत्यंत गंभीरता एवं संवेदनशीलतापूर्वक विधिक सम्मत कार्यवाही करने के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। कलेक्टर ने सर्वाइवर्स के मनोरंजन के लिए टीवी, एक छोटी लाइब्रेरी जिसमें मैग्जीन, नॉवेल, कहानियाँ, जनरल नॉलेज समाचार-पत्र आदि रखने के साथ सृजनात्मक गतिविधि संबंधी क्रियाकलापों को भी बढ़ावा देने के निर्देश दिये।
ताकि हिंसा से पीड़ित सर्वाइवर लगातार अपने साथ हुई हिंसा के बारे में न सोचे और उसका ध्यान बटा रहे। नवा बिहान कार्यालय योजनांतर्गत घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005 के प्रावधान के अंतर्गत पीड़ित महिलाओं के लिए की जाने वाली समस्त न्यायालयीन कार्यवाहियों के संबंध में संरक्षण अधिकारी से जानकारी ली गयी एवं नवाबिहान को प्राप्त प्रकरणों की जल्द से जल्द निपटान करने के निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता अग्रवाल, बाल संरक्षण अधिकारी श्री गजेन्द्र जायसवाल, परामर्शदाता श्रीमती सरस्वती सोनी, शिफ्ट में उपस्थित केस वर्कर सुश्री रोशनी पाण्डेय, बहुद्देश्यीय सहायक श्रीमती लता बंजारे, श्रीमती राधिका टंडन, महेंद्र कश्यप एवं महिला आरक्षक नीती महंत उपस्थित रहे।
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