IPS Dipka में जिज्ञासु साइंस इंस्टीट्यूट भुवनेश्वर के सदस्यों के द्वारा फिजिक्स के विभिन्न डेमोंसट्रेशन के माध्यम से साइंस की विभिन्न थ्योरी से अवगत अवगत हुए विद्यार्थी


कोरबा, 06 मई । दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल अपने विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों हेतु ख्याति प्राप्त है ।विद्यालय में जिज्ञासु साइंस इंस्टीट्यूट भुवनेश्वर के सदस्यों के द्वारा भौतिक विज्ञान से संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रयोग कर विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन किया गया। जिज्ञासु साइंस इंस्टीट्यूट भुवनेश्वर से आए हुए सदस्य अनिकेश और वीर सिंह ने कई प्रयोग कर विद्यार्थियों को आश्चर्यचकित कर दिया ।वह भौतिक विज्ञान से संबंधित प्रत्येक प्रयोग की थ्योरी बच्चों को विस्तार से समझाते थे ।श्री अनिकेश और श्री वीर सिंह के साथ भौतिक विज्ञान विभाग अध्यक्ष श्री बीरेंद्र गुप्ता, विज्ञान शिक्षिका श्रीमती भगवती गवेल ,एवं कुमारी दीक्षा शर्मा ने सतत रूप से विद्यार्थियों को सहयोग दिया एवं उनकी शंकाओं का समाधान किया।


श्री अनिकेश ने प्रकाश की गति का लाइव डेमोस्टेशन कर विद्यार्थियों को प्रकाश की गति एवं उसके सिद्धांत के बारे में परिचित कराया। उन्होंने प्रकाश की किरण को खुले में पहले विद्यार्थियों के सामने प्रदर्शित किया उसके पश्चात एक कांच के जार में से जिसमें आधा पानी भरा हुआ था उसमें से प्रकाश की किरण को गुजारा जिससे कि प्रकाश का मार्ग परिवर्तित होते हुए विद्यार्थियों ने देखा । इस प्रयोग के बाद उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि निर्वात के पश्चात हम लोग किसी भी माध्यम से प्रकाश को यदि गुजारे तो अपना मार्ग परिवर्तित कर देता है। इसे प्रकाश का परावर्तन कहते हैं। एक अन्य प्रयोग में उन्होंने प्रेशर के माध्यम से पानी को गर्म करके दिखाया। उन्होंने द्रव्यमान के सिद्धांत का भी लाइव डेमोंसट्रेशन किया। इसके साथ ही डिस्पर्शन आफ लाइट के अलावा मैग्नेटिक पावर का भी लाइव डेमोंसट्रेशन किया। उन्होंने चुंबक की एवं चुंबकत्व शक्ति के द्वारा विद्युत ऊर्जा का भी लाइव डेमोंसट्रेशन कर विद्यार्थियों को इसका सिद्धांत समझाया। श्री अनिकेश ने विद्यार्थियों की जिज्ञासा को शांत करते हुए बताया कि प्रेशर कैसे वर्क करता है और बिना आग के प्रेशर से पानी कैसे गर्म होता है ।जो हम बोलते हैं या बात करते हैं वह पहले हमें खुद को सुनाई देता है फिर अन्य को उन्होंने यह भी लाइव डिमॉन्सट्रेशन के माध्यम से विद्यार्थियों को करके दिखाया। उन्होंने इसका प्रयोग कंडेनसर के माध्यम से खुद की आवाज से की और उन्होंने इसकी यूनिफार्म स्पीड के बारे में भी बच्चों को समझाने का प्रयत्न किया। श्री अनिकेत ने आर्कमिडीज एवं न्यूटन लॉ के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया।


श्री अनिकेत ने कहा कि विज्ञान हमारे जीवन के हर क्षेत्र में हैं चाहे हम सड़क में हो या संसद में, चाहे हम घर के रसोई में हो या विद्यालय में ।विज्ञान का समावेश आज जीवन के हर क्षेत्र में हो चुका है। कोई मशीन कैसे काम करती है, उसके काम करने के पीछे सिद्धांत क्या है ,या थ्योरी कौन सी है ।अगर हम यह बारीकी से समझेंगे तो विज्ञान को और अच्छी तरह समझ कर इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं ।विज्ञान हमें तरक्की के भरपूर अवसर देता है ।किसी भी विषय की गहरी जानकारी या विशेष ज्ञान को ही विज्ञान कहते हैं। विज्ञान प्रयोगों के आधार पर अपने निष्कर्ष पर पहुंचता है ।बिना प्रयोग किए हम किसी निष्कर्ष पर विज्ञान के तर्क को साबित नहीं कर सकते ।अतः विज्ञान के किसी भी सिद्धांत को तर्क सम्मत प्रमाणित करना आवश्यक होता है। विज्ञान के हर प्रयोग या आविष्कार के पीछे कोई न कोई सिद्धांत कार्य करता है।

भौतिक विभाग अध्यक्ष बीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि पुस्तकों द्वारा पढ़े गए ज्ञान को हम भूल सकते हैं लेकिन पुस्तकों में अध्ययन किए जाने वाली ज्ञान को यदि हम प्रयोग कर स्वयं सिद्ध करते हैं तो ऐसे ज्ञान को हम जिंदगी भर नहीं भूलते हैं। विज्ञान की प्रत्येक थ्योरी को हमें समझ कर प्रैक्टिकल कर अवश्य किसी न किसी नतीजे पर पहुंचना चाहिए ।यदि पुस्तक में कोई थ्योरी है , किसी वैज्ञानिक के द्वारा के द्वारा दिया गया कोई नियम है तो हमें चाहिए कि हम उसको कर के उस नियम को सिद्ध होता हुआ अपनी आंखों से देखें। बिना प्रयोग कर देखना और मानना यह
नासमझदारी कहलाती है। अतः विज्ञान हमें प्रयोग कर सिद्ध कर तर्क को प्रमाणित करने का अवसर देता है।
विद्यालय के यशस्वी प्राचार्य डॉ संजय गुप्ता ने कहा कि हमारा प्रयास सदा रहता है कि हम कुछ ना कुछ इन्नोवेटिव आईडियाज के थ्रू विद्यार्थियों के नॉलेज को इंप्रूव करते रहें। हम आगे भी समय-समय पर ऐसे टैलेंटेड पर्सनालिटी को अडॉप्ट करते रहेंगे और बच्चों को लाइव डेमोंसट्रेशन के थ्रू प्रत्येक थ्योरी को डिप्ली समझने में हेल्प करेंगे। आखिर हमारा उद्देश्य ही है बच्चों को ज्ञान प्रदान करना ।हम प्रत्येक विषय की गहराई में जाकर उसके तथ्यों को समझने हेतु विद्यार्थियों को सदस्य प्रेरित करते हैं और हमारा प्रयास आगे भी जारी रहेगा। हम बच्चों को करके सीखने पर बल देते हैं । पुस्तकीय ज्ञान के अलावा व्यवहारिक ज्ञान पर ज्यादा महत्व देते हैं। हम बच्चों को रोट लर्निंग नहीं सिखाते बल्कि रूट लर्निंग सिखाते हैं ।ताकि बच्चा किसी भी विषय की गहराई को अच्छी तरह से समझ कर उस क्षेत्र में आगे बढ़ सके । हमारा यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा ।शिक्षा के क्षेत्र में इंडस पब्लिक स्कूल ने बहुत ही कम समय में ही अपनी खास पहचान बना ली है ,और यह प्रयास हमारा भविष्य में भी जारी रहेगा ।हम शिक्षा एवं शैक्षणिक गतिविधियों के साथ कभी समझौता नहीं करेंगे ।हम विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध करा कर एक उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने हेतु हमेशा से प्रतिबद्ध हैं और रहेंगे।