प्रेमी पर यौन शोषण और मारपीट का आरोप, पीड़िता ने कहा- पुलिस गिरफ्तारी के बजाय समझौता करने का बना रही दबाव

सूरजपुर,06 मई । जिले में युवती के साथ प्यार, यौन शोषण और उसके बाद धोखा देने का मामला सामने आया है। युवक अपनी प्रेमिका को अपने घर ले गया और पत्नी बनाकर रखूंगा, कहकर उसे 15 दिनों तक अपने साथ रखा, उसका यौन शोषण किया और फिर मारपीट कर घर से निकाल दिया। इधर पीड़िता ने पुलिसवालों पर परेशान करने, आरोपी को जानबूझकर गिरफ्तार नहीं करने और समझौते के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। मामला रामानुजनगर थाना क्षेत्र का है।

पीड़िता का आरोप है कि पहले पुलिस एक-दूसरे थाना क्षेत्र का मामला बताकर उसे दौड़ाती रही और केस दर्ज नहीं किया। बाद में सरगुजा रेंज के IG रामगोपाल गर्ग के आदेश के बाद युवक के खिलाफ FIR दर्ज की गई, लेकिन 20 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार है।

जानकारी के मुताबिक, रामानुजनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता युवक पिंटू की मोबाइल दुकान में अपना मोबाइल ठीक कराने के लिए गई थी। इसी दौरान दोनों के बीच दोस्ती हुई। दोस्ती आगे बढ़ी, तो युवक-युवती ने अपना-अपना मोबाइल नंबर एक-दूसरे को दे दिया। इसके बाद दोनों एक-दूसरे से घंटों मोबाइल पर बात करने लगे। बातें प्यार में बदल गई और दोनों के बीच मुलाकात भी होने लगी।

इसके बाद आरोपी पिंटू युवती को अपने साथ घर ले गया और कहा कि वो उसे पत्नी बनाकर रखेगा। पीड़िता ने कहा कि शादी का झांसा देकर वो उसका यौन शोषण करता रहा। इसके बाद उसके घरवाले आए और दूसरी जाति की है, कहकर रखने से इनकार कर दिया। पीड़िता ने कहा कि उसके प्रेमी पिंटू और घरवालों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद वो रामानुजनगर थाने पहुंची, लेकिन वहां पुलिस ने मामला दर्ज करने के बजाय यह बोलकर थाने से भगा दिया गया कि घटनास्थल कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र का है, तो वहां जाकर मामला दर्ज कराओ।

जब पीड़िता अपने घरवालों के साथ पटना थाना पहुंची, तो वहां से भी इन्हें यह कहकर भगा दिया जाता है कि घटनास्थल रामानुज नगर थाना क्षेत्र का है, इसलिए मामला वहां दर्ज होगा। कई दिनों तक दोनों थानों के चक्कर लगाने के बाद आखिरकार पीड़ित और उसके परिजनों ने आईजी सरगुजा रेंज रामगोपाल गर्ग से इसकी शिकायत की। इनकी शिकायत के आधार पर आईजी सरगुजा ने पटना थाने को निर्देशित किया कि जीरो में मामला दर्ज कर रामानुजनगर थाने भेजा जाए।

15 अप्रैल को रामानुजनगर थाने में FIR दर्ज कर ली गई, लेकिन अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। पीड़ित और उसके परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी को बचाना चाहते हैं, इसलिए उन लोगों पर समझौता करने के लिए दबाव बना रहे हैं। वही पूरे मामले में पुलिस ने चुप्पी साध रखी है। एसपी रामकृष्ण साहू ने मामले की जांच का जिम्मा CSP जेपी भारतेंदु को सौंपा है।

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