कोंडागांव, 06 मई । भारत में क्रिप्टोकरंसी किसी बैंकिंग सिस्टम या गवर्नमेंट के कंट्रोल में नहीं है। अधिक लाभ कमाने के लालच में बिना पूरी जानकारी के ना करें इन्वेस्ट। डिजिटलाइजेशन होने से इंडिया में क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन बढ़ा है, क्रिप्टो करेंसी के नाम से ठगी की घटनाएं बढ़ी है इसके बारे में जागरुकता जरूरी है।
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है, जिसे आनलाइन वेलेट्स में रखा जाता है। इसमें किसी बैंक या सरकार का कंट्रोल नहीं होता है। जैसे- बिटकाइन, रीपल, इथरेम, डाजकोइन।
क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट के नाम से ठगी का गिरोह सक्रिय हो रहा है। निर्धारित समय अवधि में रकम दुगुना तिगुना करने का लालच और पैसा नहीं डूबने का झांसा देकर ये गिरोह आम जन को ठगी का शिकार बना रहे। या किसी फर्जी फर्म के द्वारा इन्वेस्ट कराकर शुरु में छोटे छोटे लाभ दिलाकर फिर ज्यादा पैसा इन्वेस्ट कराकर ठगी कर रहे हैं।
किसी भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले इसे अच्छी तरह से समझ लें, इसके बारे में अगर नहीं जानते तो विशेषज्ञों की राय लें, क्रिप्टो से जुड़ी किसी वेबसाइट अथवा एप्लीकेशन की सत्यता एवं प्रमाणिकता की जांच कर लें, ध्यान रहे क्रिप्टो करेंसी किसी बैंकिंग सिस्टम या गवर्मेंट के कंट्रोल मे नहीं है। इसमें किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदेही सिर्फ आपकी होगी।
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