रायपुर ,06 मई । कलेक्टर ने अपने भ्रमण के दौरान तिल्दा विकासखंड के मिनी हैचरी चुजा उत्पादन इकाई बेमता का अवलोकन किया। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत महिलाओं को आर्थिक रुप से स्वावलंबी बनाने का विशेष रूप से प्रयास किया जा रहा है।
कलेक्टर डॉ भुरे ने कान्हा स्वसहायता समूह द्वारा संचालित इस ईकाई का अवलोकन करते हुए समूह की सदस्यों तथा संबंधित कर्मचारियों से इनक्यूबेटर स्टोरेज ,अंडा खरीदी, चूजा उत्पादन प्रक्रिया एवं विक्रय कि व्यवस्था ,शुद्ध आय , चूजों को दिए जाने वाले टीके एवम उसके चारे की उपलब्धता आदि की जानकारी ली। उन्होंने हैचरी के सुव्यवस्थित संचालन के लिए सभी संबंधित को आवश्यक निर्देश दिए।
समूह की अध्यक्ष ने बताया कि इनक्यूबेटर मशीन कोरबा से लाया गया हैं ।मिनी हैचरी की शुरुआत सितंबर 2022 में किया गया। अभी तक 7 हजार से अधिक अंडे की खरीदी की गई है तथा कुल 70 यूनिट में 2 लाख 80 हजार रुपए का चूज़ा विक्रय किया जा चुका है।जिससे 60 हजार रुपए से अधिक का शुद्ध आए प्राप्त हुआ है। चूजों को नियमित अंतराल पर टिका दिया जाता है।इस अवसर पर जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा, सहायक कलेक्टर जयंत नहाटा तथा संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
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