विहिप-बजरंग दल का प्रदेशभर में प्रदर्शन, शाम को करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ…

बेंगलुरु ,04 मई  विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को कर्णाटक के कई हिस्सों में कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस घोषणापत्र में लिखा था कि कर्नाटक की सत्ता में आने के बाद पार्टी किन चीजों पर प्रतिबंध लगाने वाली है।

कई जगह प्रदर्शनकारियों ने हनुमान चालीसा का जाप भी किया। प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस के वादे के विरोध में गुरुवार शाम को हनुमान मंदिरों और अन्य कई मंदिरों में हनुमान चालीसा का जाप करने के लिए तैयार किया गया है। विहिप के सूत्रों ने कहा कि बेंगलुरु, चिक्काबल्लापुरा, श्रीरंगपटना, मांड्या और चिक्कमगलुरु में विरोध प्रदर्शन हुआ।

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश दिखाया
श्रीरंगपटना में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र को फाड़ दिया और उसे चप्पलों से पीटा। बजरंग दल के नेताओं और विहिप से जुड़े हिंदू धर्मगुरुओं ने वीडियो संदेश में लोगों से बड़ी संख्या में अपने परिवार के सदस्यों के साथ हनुमान या किसी अन्य मंदिर में आकर हनुमान चालीसा का जाप करने की अपील की है।

धार्मिक प्रमुखों में से एक ने लोगों से एक साथ आने और हिंदू एकता का प्रदर्शन करने की अपील की, जो 10 मई को प्रतिबिंबित होनी चाहिए। दरअसल, 10 मई को कर्नाटक में विधानसभा आयोजित किया जाना है।

संगठनों पर लगाएंगे प्रतिबंध
कर्नाटक में 10 मई के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा कि वह जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कांग्रेस ने कहा, “हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र है और बजरंग दल, पीएफआई जैसे व्यक्तियों और संगठनों द्वारा इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है। हम कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे, जिसमें ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध शामिल हैं ।”

भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विजयनगर जिले के होसपेट में अपनी जनसभा के दौरान भी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था, “कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में भगवान हनुमान को बंद करने का फैसला किया है। शुरू में, उन्होंने प्रभु श्री राम को बंद कर दिया और अब वे उन लोगों को बंद करना चाहते हैं जो जय बजरंग बली कहते हैं।”