कवर्धा ,03 मई । जिला प्रशासन और बाल संरक्षण इकाई की टीम ने एक बहुदिव्यांग बालिका को उसके परिवार से मिलाया। दरअसल जिला प्रशासन महिला एवं बाल विकास विभाग को व्हाट्सएप ग्रुप में जीवेन्द्र सिंह ठाकुर जिला जनसंपर्क विभाग के माध्यम से सूचना मिली कि एक बहु दिव्यांग बालिका अपने परिवार से बिछड़ गई है। वह देखने सुनने और चलने में सक्षम नहीं है और इधर उधर भटक रही है। सूचना पर जिला प्रशासन ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशानुसार आनंद तिवारी जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं सी एल भुआर्य जिला महिला बाल विकास अधिकारी द्वारा तत्काल सत्यनारायण राठौर के अगुवाई में जिला बाल संरक्षण इकाई की टीम को उक्त स्थल रवाना किया।
जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, सखी वन स्टाप सेंटर, चाइल्ड लाइन एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई की संयुक्त टीम द्वारा बालिका को तत्काल रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी के समन्वय पर पुलिस विभाग से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे ने उक्त बालिका के रेस्क्यू के लिए तत्काल पुलिस सहायता उपलब्ध कराया। जिला बाल संरक्षण इकाई और चाइल्ड लाइन के टीम द्वारा उक्त नाबालिक बालिका के परिजनों की पतासाजी काफी देर तक करने पता चला कि बालिका की माँ किसी के घर काम करती है टीम ने वहाँ जाकर वेरिफाई किया और उनको बाल संरक्षण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
किशोर न्याय (बालको की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम) 2015 के प्रावधानों तहत कार्यवाही करते बाल कल्याण समिति द्वारा नियमानुसार बालिका को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। इस तरह जिला प्रशासन बाल संरक्षण महिला एवं बाल विकास विभाग की सक्रियता से दिव्यांग बच्ची को तत्काल सुरक्षा एवं सरक्षण प्राप्त हुआ। उल्लेखनीय है कि जिले में जिला प्रशासन महिला एवं बाल विकास विभाग की बाल संरक्षण टीम सक्रियता से मुस्तैद है जो इस तरह के बाल अधिकार संरक्षण के मुद्दों पर त्वरित कार्यवाही करते है।
इस कार्यवाही के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे, जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सत्यनारायण राठौर, जीवेन्द्र सिंह ठाकुर जनसम्पर्क विभाग, आउटरिच वर्कर विनय जंघेल, जिला बाल संरक्षण इकाई चंद्रकांत चंद्रवंशी, राजाराम चंद्रवंशी, संरक्षण अधिकारी श्रीमती अंजना तिवारी अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, आरती यादव, रामलाल पटेल चाईल्ड लाइन, संरक्षण अधिकारी नितिका डड़सेना, विभा बक्शी केंद्र समन्वयक सखी वन स्टॉप सेंटर का विशेष सहयोग रहा।
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