आर्थिक नाकेबंदी के बाद कलेक्टर ने अवैध फ्लाई एश डंपिंग, परिवहन पर सख्ती से कार्यवाही के दिए आदेश

रायगढ़,03 मई  तमनार क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक गांवों के लोगों ने FLY ASH के अवैध परिवहन और नए खदान के फर्जी तरीके से सर्वे के खिलाफ इलाके के प्रमुख चौक पर जाम लगाकर आर्थिक नाकेबंदी की की थी। इसी के मद्देनजर रायगढ़ कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि फ्लाईएश वाहनों के द्वारा अवैध डंपिंग व परिवहन के कारण जन सामान्य को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह अच्छी बात नही है कि वाहन सड़को में बिना तिरपाल के चल रहे है, ऐसे वाहनों पर कड़ी कार्यवाही करें।

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में यह बात कही। उन्होंने परिवहन, माइनिंग एवं पर्यावरण विभाग को संयुक्त टीम बना कर ऐसे वाहनों पर नियमित रूप से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कलेक्टर ने परिवहन के दौरान नियम का पालन नही करनें वाले वाहनों का फोटोग्राफ एवं शिकायत मैसेज भेजने के लिए पर्यावरण अधिकारी को व्हाट्सअप नंबर जारी करनें के निर्देश दिए।

इस नंबर पर करें शिकायत

कलेक्टर के निर्देश पर पर्यावरण संरक्षण अधिकारी द्वारा जन सामान्य की सुविधा के लिए फ्लाई ऐश के अवैध डंपिंग, परिवहन के संबंध में जानकारी व शिकायत के लिए व्हाट्सअप नंबर 7987033406 जारी किया गया है। जिसमें मैसेज एवं फोटो भेजने पर उक्त वाहनों पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी को तमनार क्षेत्र में अभियान के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

नई खदान के लिए नहीं होगा सर्वे

गौरतलब है कि नई खदान के लिए फर्जी तरीके से किये जा रहे सर्वे के विरोध को लेकर ग्रामीणों के आंदोलन के बाद सभी प्रभावित गांवों के लोगों को कलेक्टर ने बैठक में बुलाया था। कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में टीएल की बैठक से पहले कलेक्टर ने ग्रामीणों के साथ बैठक ली। इस दौरान उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि अभी कोई भी सर्वे नहीं होगा।

इस दौरान करीब 60 ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें केवल खेती करनी आती है। इसलिए सरकार उन्हें जमीन के बदले जमीन दे ताकि वे कृषि कार्य कर सकें। इसके अलावा तमनार क्षेत्र में रोड किनारे, खेतों में फ्लाई एश की डंपिंग की शिकायत की गई। कलेक्टर ने पर्यावरण अधिकारी को आदेश दिया कि राखड़ परिवहन करने वाली सभी गाड़ियों में जीपीएस लगाया जाए। जो राख जहां पाटी जानी है वहीं भेजी जाए।

कलेक्टर सिन्हा के साथ हुई बैठक के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि उनके इलाके में कहीं भी बिजली कारखानों की राख फेंकी जा रही है, जिससे प्रदूषण फ़ैल रहा है, साथ ही खुली गाड़ियों में राख के परिवहन से वातावरण प्रदूषित हो रहा है। कलेक्टर ने इसे रोकने के लिए भी दिशानिर्देश जारी किया है।

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