CG BREAKING : सीएम बघेल ने की बड़ी घोषणाएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का बढ़ा मानदेय,  5000 नए भवनों का होगा निर्माण, 14 नवंबर को किया जायेगा सम्मान

रायपुर। CG BREAKING : मानदेय बढ़ाने पर आज प्रदेश भर की सहायिका, कार्यकर्ता और मितानिनो ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ घोषणाएं भी की। नयी घोषणाओं के मुताबिक प्रदेश में 5000 से नये आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कराया जायेगा, वहीं 14 नवंबर को पूरे प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व साहायिकाओं को ऐलान किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस बात की घोषणा की है कि प्रदेश में मितानिनो की तर्ज पर मास्टर ट्रेनर और ब्लाक कार्डिनेट का भी मानदेय बढ़ाया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने की ये बड़ी घोषणाएं

  1. 5000 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण किया जाएगा

  1. पूरे प्रदेश में 14 नवंबर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका का सम्मान किया जाएगा

  1. सक्षम योजना के अंतर्गत 1 लाख वार्षिक आय की सीमा को बढ़ाकर दो लाख किया जाएगा

  1. महिला स्व सहायता समूह को अधिकतम 4 लाख ऋण की सीमा को बढ़ाकर 6 लाख रूपए किया जाएगा

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाकर 10 हजार रुपए एवं मितानिन बहनों को 22 सौ रुपए देने की घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में महिला एवँ बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित आभार सम्मेलन कार्यक्रम में कार्यकर्ता, सहायिका और मितानिनो को संबोधित करते हुए कहा कि हमने लक्ष्य रखा था कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को कलेक्टर दर मिले एवं मितानिन बहनों को ज्यादा परिश्रमिक मिले। आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाकर 10 हजार रुपए एवं मितानिन बहनों को 22 सौ रुपए देने की घोषणा की गई है। जो काम हमारी मितानिन बहनें करती हैं, मुझे गर्व है मुझे बेहद खुशी एवं गर्व है कि ऐसे वर्ग के साथ मुझे काम करने का मौका मिला।मितानिन बहनों के बिना स्वास्थ्य विभाग कार्य नहीं कर सकता।आपके मजबूत कंधों के सहारे स्वास्थ्य विभाग छत्तीसगढ़ दूरस्थ क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं देने में सक्षम हो सकेगा। 24 घंटे आपकी उपस्थिति आपके क्षेत्र में रहती है। 24 घंटे हमारी बहनें छत्तीसगढ़ के लोगों की सेवा करती हैं। हमारे भविष्य, हमारे बच्चों की देख-रेख हमारी आंगनबाड़ी की बहनें करती हैं।

हमारी बहनें जहां भी मिलती थीं कहती थीं कि एक कार्यक्रम कराइए, हम सब आपको धन्यवाद देना चाहते हैं। आज साइंस कालेज मैदान में हजारों की तादाद में आई हैं, मैं आज आपका आभार व्यक्त करता हूं।आप इतनी अधिक संख्या में आई हैं, उसके लिए मैं आपका आभारी हूं।आपने बिना कोई संकोच के जिन परिस्थितियों में काम किया है, उसके लिए मैं आपका अभिनंदन करता हूं।आपने सरकार के प्रति जो आभार प्रकट किया, ये आभार हमारा नहीं बल्कि मैं आप सभी को पौने तीन करोड़ जनता की ओर से मितानित और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं। आपका काम मानवता की सेवा है और इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है।

पूरे देश में अकेला छत्तीसगढ़ है जहां सरकार ने निर्णय लिया कि मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हाथ में कोरोना किट में पहुंचाया। आठ दिन के भीतर ही कोरोना नियंत्रित होना शुरू हो गया। कोरोना काल में ऐसा कोई वर्ग नहीं है जिससे मैने बात नहीं की है, आप लोगों ने साहस व धैर्य के साथ जो काम किया है उसके लिए मैं आपको बधाई देता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शासकीय कर्मियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागू किया है, श्रमिकों को भी 7000 सालाना देने की शुरूआत की है। बेरोजगार साथियों को हम 2500 रूपए प्रतिमाह दे रहे हैं, मई दिवस पर हमने श्रमिकों के लिए बड़े फैसले लिए हैं। श्रमिक, शासकीय कर्मचारी, किसान व बहनों के सम्मान में हमने कोई कसर नहीं छोड़ा है

इस आभार प्रदर्शन के बारे में बताऊं। हमारी बहने जहां भी मिलती थीं कहती थीं कि हमें आभार व्यक्त करने अवसर दें। आज ये मौका आया है। लेकिन मैं यह कह दूं कि मैं आपका आभार व्यक्त करने आया हूँ।. जिस तरह से हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मितानिन बहनों ने मंच से अपनी बात साझा की, उसने मेरे दिल को छू लिया। मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूँ। यूं तो आपमें से कुछ ही लोगों ने बात की, लेकिन आप सभी की यह भावनाएं हैं, ऐसा मैं जानता हूँ।आप सभी जो काम करती हैं। वो मानवता की सेवा है। मैं पूरे छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से, पौने तीन करोड़ जनता की ओर से आपका आभार व्यक्त करता हूँ। लॉक डाउन में जो आपने मानवता की सेवा की, वो अभूतपूर्व है। आप लोगों को जोखिम उठाते हुए भी अस्पताल ले गईं। हमने कठिन परिस्थितियों में भी काम किया, पूरे देश में जब यह बीमारी फैली, हमने सबसे पहले मितानिनों के हाथों में 5 कोरोना किट दिए। उस समय मैंने आपसे भी बात की। आपके साहस की मैं भूरि भूरि प्रशंसा करता हूँ। छत्तीसगढ़ में जो कुपोषण से हमने लड़ाई की उससे कुपोषण 36 प्रतिशत से घट कर 31 प्रतिशत रह गया। इसमें आप सभी का बड़ा योगदान है।

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