बधिरता सर्जरी-कॉक्लियर इम्प्लांट का सफल ऑपरेशन

जशपुरनगर ,01 मई । स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित चिरायु योजना दूरस्थ अंचल के बच्चों के लिए संजीवनी का काम कर रही है। बच्चों के गंभीर बीमारी को चिन्हांकित करके उनके लिए इलाज की व्यवस्था करती है। छत्तीसगढ़ शासन की ओर से बच्चों के ईलाज के लिए बड़े से बड़े अस्पताल में भेजा जाता हैं और प्रशासन ईलाज का पूरा खर्च वहन करता है। जिला प्रशासन और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के प्रयास से कुनकुरी विकासखंड के कुडुकेला गड़ाबहार के रेयांश यादव का मेकाहारा हॉस्पिटल रायपुर में जन्मजात बधिरता सर्जरी-कॉक्लियर इम्प्लांट का सफल ऑपरेशन किया गया।

जिला प्रशासन ने जशपुर जिले से चिरायु योजना अंतर्गत् प्रथम कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी सफलता पूर्वक ऑपरेशन कराया गया है। रेयांश यादव के पालकों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि चिरायु योजना ने उनके बच्चे के लिए संजीवनी बन के आई है। उन्होंने बताया कि उनका बेटा आज पूरी तरह ठीक है। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत जिले में 15 चिरायु टीम काम कर रही है। प्रत्येक टीम अपने-अपने विकासखण्ड के आंगनबाड़ी और शासकीय स्कूलों का निरीक्षण माह में दो बार करती हैं। गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चों का चिन्हांकन करके उनके इलाज की सुविधा उपलब्ध कराती है।

डॉ. अरविन्द ने बताया कि रेयांश यादव बचपन से ही सुन और बोल नहीं सकता था। जिला प्रशासन को जब रेयांश के बीमारी का पता चला तो सार्थक पहल करते हुए मेकाहारा हॉस्पिटल रायपुर में जन्मजात बधिरता सर्जरी-कॉक्लियर इम्प्लांट का सफल ऑपरेशन कराया गया और प्रशासन ने 10 लाख का खर्च वहन कर लिया।

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