अहमदाबाद । सूरत सेशन कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली कांग्रेस नेता राहुल गांधी की याचिका पर शनिवार को गुजरात हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। गुजरात हाईकोर्ट ने अंतिम सुनवाई और फैसले के लिए 2 मई की तारीख निर्धारित की है।
इस मामले पर न्यायमूर्ति हेमंत एम प्रच्छक सुनवाई कर रहे हैं। इससे पहले हाईकोर्ट की एक जज गीता गोपी ने 26 अप्रैल को केस से अलग हो गई थीं। मानहानि मामले में दोषसिद्धि पर रोक लगाने की विपक्षी नेता राहुल गांधी की याचिका पर अंतिम सुनवाई 2 मई को की जाएगी।
बता दें कि सूरत कोर्ट ने ‘मोदी उपनाम’ को लेकर आपराधिक मानहानि मामले में उन्हें जमानत देते हुए 20 अप्रैल को सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति हेमंत प्रच्छक ने सेशन कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर विचार किया। यदि उच्च न्यायालय उनकी याचिका को स्वीकार करता है, तो इससे संसद सदस्य के रूप में राहुल गांधी की बहाली का रास्ता साफ हो सकता है।
हाईकोर्ट की जज ने खुद को केस से किया अलग
दरअसल, राहुल गांधी ने सूरत के सेशन कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए राहुल गांधी की तरफ से मंगलवार को याचिका दायर की गई थी। इसके बाद फिर राहुल गांधी की वकील ने जज गीता गोपी द्वारा खुद को अलग करने की जानकारी दी गई थी। उनकी वकील चंपानेरी ने कहा था कि अदालत की तरफ से मामले को बुधवार को सुनने की अनमति दी गई थी। फिर सुनवाई के लिए मामला आया तो उन्होंने खुद को इससे अलग कर लिया।
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