Devendra Yadav बने ओलंपिक संघ के महासचिव, होरा ने की आपत्ति

भिलाई, 25 अप्रैल। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ में बड़ा फेरबदल हुआ है। यहां गुरुचरण होरा को महासचिव के पद से हटाकर भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव को नया महासचिव बनाया गया है। इसकी कवायद की जा रही है, सोमवार को भिलाई के सेक्टर 5 स्थित विधायक निवास में हुई ओलंपिक संघ की बैठक में ये फैसला लिया गया है। जल्दी ही इसकी औपचारिक घोषणा भी कर दी जाएगी।

संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष बशीर अहमद खान ने पूर्व महासचिव गुरुचरण सिंह होरा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इस बैठक में 29 में से 20 सदस्य शामिल हुए और सभी ने इस पर सहमति जताई।

ओलंपिक संघ से मिली जानकारी के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लगाया गया क्योंकि 8 अगस्त 2020 से गुरुचरण सिंह होरा महासचिव के पद पर निर्विरोध चुने गए थे लेकिन उन्होंने अब तक ना कार्यकारिणी की बैठक बुलाई और ना ही सामान्य सभा ली गई जबकि नियमानुसार साल में एक बार सामान्य सभा आयोजित करने का नियम है।

उन पर आरोप था कि संघ के आय-व्यय की ऑडिट रिपोर्ट कार्यकारिणी और सामान्य सभा में पेश नहीं की गई। इसके अलावा उन्होंने कोषाध्यक्ष पद के इस्तीफे के स्वीकृत हुए बिना ही अपनी मनमानी से उस पद पर दूसरे व्यक्ति को बैठा दिया था।

जानकारी के मुताबिक होरा के खिलाफ यह भी शिकायत आई थी कि उन्होंने नेशनल में गई टीम में भी खेलों के कोच और मैनेजर की जगह अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भेज दिया था और दोस्तों रिश्तेदारों के रुकने के लिए लग्जरी होटल किया गया था जबकि खिलाड़ियों के रुकने की बेहतर व्यवस्था नहीं थी। संघ से हटाने की भनक लगते ही गुरुचरण सिंह होरा ने 25 अप्रैल को कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी लेकिन उससे पहले ही ओलंपिक संघ में बड़ा खेल हो गया।

कार्यकारिणी की बैठक के दौरान देवेंद्र यादव ने स्पष्ट कहा है कि सीएम की सहमति से 24 अप्रैल 2023 को कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई थी जो संवैधानिक है और गुरुचरण होरा ने जो 25 अप्रैल को बैठक बुलाई है असंवैधानिक है क्योंकि आप पहले ही महासचिव पद से त्यागपत्र दे चुके हैं।

बैठक में महासचिव के नाम पर विधायक देवेंद्र यादव के नाम का प्रस्ताव विधायक विनोद चंद्राकर और गजराज पगारिया ने रखा। जिसे सभी ने सर्वसम्मति से पारित किया गया। अब यह प्रस्ताव प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास भेजा जाएगा।

ये बैठक असंवैधानिक है, बैठक बुलाने का अधिकार सिर्फ महासचिव और अध्यक्ष को है, अध्यक्ष ने कहीं हस्ताक्षर किए हों तो बताएं। एक दिन में ऐसी जरूरी मीटिंग नहीं होती है, अध्यक्ष को बिना विश्वास में लिए ये किया गया है।

हम कल हम मीटिंग कर रहे हैं, सभी पदाधिकारी रहेंगे इसकी जानकारी हम अध्यक्ष को देंगे। मैं भारतीय ओलंपिक संघ से चुना हुआ आदमी हूं मुझे दो ही लोग हटा सकते हैं, भारतीय ओलंपिक संघ और मुख्यमंत्री। वो कहेंगे तो मैं खुद हट जाउंगा। पद के लालच की वजह से ये किया जा रहा है।