44 प्रशिक्षु वन क्षेत्रपालों को दिया प्रशिक्षण

कवर्धा वनमण्डल के अंतर्गत सीमांकन मार्किंग व फेलिंग कार्य के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का हुआ आयोजन

कवर्धा। कवर्धा वनमण्डल के अंतर्गत सीमांकन मार्किंग एवं वृक्ष कटाई (फेलिंग) कार्य आयोजना के प्रावधानुसार करने के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में कुण्डल विकास प्रशासन व व्यवस्थापन प्रबोधिनी सांगली महाराष्ट्र से 44 प्रशिक्षु वन क्षेत्रपाल रेंगाखार परिक्षेत्र में उपस्थित हुए।

प्रशिक्षणार्थियो में केरल से 35 पश्चिम बंगाल से 6 एवं जम्मू कश्मीर से 3 कुल 44 प्रशिक्षु क्षेत्रपाल उपस्थित रहे। प्रशिक्षणार्थीयो को कूप सीमांकन कार्य, वृक्षो की कटाई हेतु चिन्हांकन (मार्किंग) कार्य की जानकारी नियमों के अनुसार कैसे की जाती है, कब की जाती है, क्यों करना आवश्यक है इसकी जानकारी  प्रायोगिक रूप से दी गई।

वन मण्डलाधिकारी कवर्धा चूडामणि सिंह द्वारा समस्त प्रशिक्षणार्थियों का परिचय प्राप्त कर वृक्षारोपण,सीमांकन, मार्किंग एवं फेलिंग के साथ पौधा लगाना, परिवहन कार्य छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बारी के साथ ही मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के संबंध में अवगत कराया गया। साथ ही लघु वनोपज के संबंध में कोदो, कुटकी, रागी के प्रसंस्करण एवं 65 प्रकार के लघुवनोपज के शासन द्वारा समर्थन मूल्य में की जा रही खरीदी से भी अवगत कराया।

इसके बाद लोहारा परिक्षेत्र के अंतर्गत फेलिंग कार्य का सजीव चित्रण जंगल में जाकर कक्ष क्र. 355 में प्रशिक्षणार्थियों को करके दिखाया गया तथा समस्त प्रकार के अभिलेख इस कार्य से संबंधित कैसे संधारित किये जाते है। इसका प्रायोजिक तौर पर करके दिखाई गई। इस प्रकार सभी कार्यों की जानकारी एवं सजीव कार्य करके प्रशिक्षणार्थियो से भी कार्य कराकर प्रशिक्षण दिया गया। जो कि वन क्षेत्रपालों को अपने-अपने परिक्षेत्र में फील्ड पदस्थिति के समय बहुत उपयोगी होगा।

प्रशिक्षण कार्य को मधुसुदन डोंगरे उपवनमण्डलाधिकारी कवर्धा, अनिल साहू उपवनमण्डलाधिकारी स.लोहारा, परिक्षेत्र अधिकारी रेंगाखार पदुम लाल पाण्डेय, उत्पादन परिक्षेत्र अधिकारी प्रीतम सिंह नेताम एवं अन्य वन कर्मचारियो की उपस्थिति में वनमण्डल अधिकारी कवर्धा के कुशल निर्देशन में सम्पादित किया गया। प्रशिक्षणार्थियों के साथ कुण्डल प्रशिक्षण अकादमी सांगली के सहायक वन संरक्षक रामदास पूजारी एवं परिक्षेत्र अधिकारी कुण्डल लटपटे भी प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित रहे।