दंतेवाड़ा । कलेक्टर विनीत नंदनवार ने शुक्रवार को कारली में स्थित लाईवलीहुड कॉलेज में संचालित डैनेक्स गारमेंट फैक्ट्री, हारम एवं बारसूर स्थित डैनेक्स गारमेंट फैक्ट्री का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने फैक्ट्री पहुंच पूरे परिसर में भ्रमण कर यहां की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। साथ ही यहां कार्यरत महिलाओं से भी चर्चा की। उन्होंने दीदियों से उनके मासिक पारिश्रमिक वेतन के संबंध में एवं कार्यरत महिलाओं से आवागमन सहित अन्य व्यवस्था के संबंध में चर्चा की।
कलेक्टर ने फैक्ट्री में कार्यरत महिलाओं को बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। डैनेक्स में कार्यरत दीदियों के चेहरे की मुस्कान ये बयां करती हैं कि वे अपने काम से बहुत खुश हैं। आदिवासी के हित में डैनेक्स गारमेंट फैक्ट्री का शुरू होना ये साबित करता है कि ग्रामीण महिलाएं भी व्यवसाय के हर क्षेत्र में अपना बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। जिले में ज्यादा से ज्यादा आदिवासी ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उद्देश्य से अन्य स्थानों पर भी मांग अनुसार डैनेक्स गारमेंट फैक्ट्री शुरू करने की योजना भी बनाई जा रही है। जिससे अधिक से अधिक लोगों को स्थानीय क्षेत्र में ही रोजगार मिल सकेगा।
बता दें कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने एवं रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए जिले में डैनेक्स नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री की स्थापना विकासखंड गीदम अंतर्गत ग्राम पंचायत हारम में 31 जनवरी 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा की गई। वर्तमान में जिले में विभिन्न स्थानों हारम, कारली, बारसूर, कटेकल्याण एवं छिंदनार में कुल 5 जगह फैक्ट्री संचालित है। जिसमें कपड़ों के सिलाई का कार्य किया जा रहा है। डैनेक्स नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री अंतर्गत लगभग 850 महिलाएं कार्यरत है, जो प्रतिमाह 7 हजार से 12 हजार रुपये तक आय अर्जित कर रही हैं। जिन्हें अब तक लगभग 6 करोड़ रुपये के वेतन का भुगतान किया जा चुका है। डैनेक्स नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री में अब तक लगभग 15 लाख कपड़े तैयार किये जा चुके हैं। जिसकी राशि लगभग 90 करोड़ रुपये है। निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर मुकेश गोंड सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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