KORBA:सेनि निरीक्षक के घर का ताला तोड़ा,सामान बाहर निकाला,आहत निरीक्षक ने की शिकायत

0 मानिकपुर चौकी एसईसीएल कोरबा कालोनी का मामला


कोरबा। कोरबा जिला पुलिस बल में कई वर्षों तक सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हुए निरीक्षक अशोक पांडेय अपने विभाग के कर्मियों और एसईसीएल के कुछ कर्मियों द्वारा की गई बिना जानकारी की कार्यवाही से आहत हुए हैं। उनके निवास का ताला बिना किसी तरह की जानकारी और आदेश के तोड़ते हुए सामानों को बाहर निकलवा कर पुलिस चौकी परिसर में प्रदर्शनी के तौर पर रखवा दिया गया है। इस पूरे मामले को लेकर अशोक पांडेय ने मानिकपुर चौकी में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही वे पुलिस महानिरीक्षक बी एएन मीणा के समक्ष भी उपस्थित होकर अपनी पीड़ा व्यक्त करने वाले हैं।

मानिकपुर पुलिस चौकी में पूर्व में पदस्थ रहे प्रभारी और निरीक्षक पद से सेवानिवृत्त हुए अशोक पांडेय को यहां पदस्थापना के दौरान एसईसीएल की कॉलोनी में तत्कालीन जीएम और पर्सनल मैनेजर के द्वारा मौखिक तौर पर रहने हेतु एक आवास क्रमांक 1 बी 19 दिया गया था। इस मकान में अशोक पांडेय निवासरत रहे और सेवानिवृत्ति के बाद अभी बिलासपुर में रह रहे हैं। एसईसीएल के उक्त मकान व सामानों की देखरेख के लिए परिचित रामकुमार दुबे व उमेश तिवारी को चाबी दिया गया है। इस मकान में अशोक पांडेय का सामान रखा गया है और वे कोरबा जिले में पेशी/अदालती कामकाज के सिलसिले में आते रहते हैं, इसलिए उस मकान की आवश्यकता आज भी उन्हें बनी हुई है।

अशोक पांडेय को उक्त मकान खाली करने के संबंध में ना तो एसईसीएल प्रबंधन की ओर से कोई सूचना दी गई है और ना ही किसी तरह का नोटिस आदि प्रदान किया गया है, इसके बाद भी विगत दिनों 7 अप्रैल 2023 को एसईसीएल के स्टाफ और मानिकपुर चौकी के स्टाफ ने राम कुमार दुबे की गैर मौजूदगी में उसे या अशोक पांडेय को किसी तरह की सूचना या जानकारी दिए बगैर घर का ताला तोड़कर भीतर रखे गए अशोक पांडेय के सामानों को निकालकर पुलिस चौकी परिसर में रखवा दिया गया। इसकी जानकारी अशोक पांडेय को होने पर उन्होंने कोरबा आकर मानिकपुर चौकी प्रभारी के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए शिकायत दिया। श्री पांडेय ने बताया कि एसईसीएल के अधिकारियों से उन्होंने जानकारी ली तो ज्ञात हुआ कि किसी भी तरह की कोई सूचना अथवा कार्यवाही मकान खाली करने के संबंध में नहीं की गई है श्री पांडेय ने इस बात पर आश्चर्य सहित पीड़ा व्यक्त की है कि उनके साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया गया?