राजनांदगांव । बेमेतरा जिले के बिरनपुर में दो गुटों में हुई हिंसक झड़प के बाद भारी सुरक्षा के लिए राजनांदगांव जिले से भी आला अफसरों और जवानों को अतिरिक्त बल के तौर पर भेजा गया है।
एएसपी लखन पटले समेत लगभग 30 जवान हिंसाग्रस्त क्षेत्र में मुस्तैदी से तैनात हैं। हिंसा के पहले दिन कुछ अन्य राजपत्रित पुलिस अधिकारियों को स्थिति सम्हालने के लिए भेजा गया था। जिसमें कुछ अफसर लौट आए हैं।
मंगलवार को एक विशेष समुदाय के दो लोगों के शव मिलने के बाद स्थिति को सम्हालने के लिए एएसपी लखन पटले, डीएसपी तनुप्रिया और डोंगरगढ़ एसडीओपी प्रभात पटेल को अलग-अलग क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है।
राजनांदगांव पुलिस लाईन से एक विशेष वाहन में 30 जवानों को बेमेतरा भेजा गया है। बेमेतरा के बिरनपुर गांव में उपजे विवाद के कारण राज्य पुलिस को सुरक्षा के लिए अतिरिक्त ताकत लगानी पड़ रही है।
आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा के अलावा कवर्धा, राजनांदगांव, दुर्ग, बेमेतरा तथा आसपास के जिलों के शीर्ष पुलिस अफसरों को मौके में भेजा गया है। बताया जा रहा है कि बिरनपुर में हुई हिंसा के कारण पूरे प्रदेश में तनाव का माहौल हे।
विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर सोमवार को प्रांतव्यापी बंद का ऐलान किया गया था। बताया जा रहा है कि बिरनपुर गांव में अब भी स्थिति नाजुक बनी हुई है। पुलिस की कड़ी निगरानी में लोगों को दैनिक कामकाज के लिए छूट दी गई है।
बेमेतरा के हिंसाग्रस्त इस गांव में धारा 144 लागू है।
इधर राजनांदगांव पुलिस महकमे के जवान भी उपद्रवियों पर नकेल कसने के लिए डटे हुए हैं। फिलहाल वहां की स्थिति पर आला अफसरों की नजर है। सामान्य स्थिति होने पर बल वापस लौटेगा।