MI vs CSK: धोनी की चेतावनी से डरे चेन्नई के गेंदबाज, मुंबई के खिलाफ नहीं फेंकी एक भी नो बॉल, तुषार भी हुए घातक

मुंबई। आईपीएल 2023 में शनिवार को दो मुकाबले खेले गए। पहला मैच राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला गया, जिसमें संजू सैमसन की अगुआई वाली RR ने डेविड वॉर्नर की कप्तानी वाली DC को 57 रन से हरा दिया। इसके बाद दूसरा मुकाबला आईपीएल की दो दिग्गज टीमों के बीच हुआ।

महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स ने पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस को सात विकेट से हरा दिया। इन दो मैचों के बाद पॉइंट्स टेबल के समीकरण बदल गए हैं। राजस्थान रॉयल्स की टीम शीर्ष पर पहुंच गई है, जबकि चेन्नई चौथे स्थान पर आ गई है। रोहित की अगुआई वाली मुंबई की टीम आठवें और दिल्ली नौवें स्थान पर लुढ़क गई है।

चेन्नई के तेज गेंदबाजों की सधी हुई गेंदबाजी

मुंबई और चेन्नई के बीच मैच में जो सबसे दिलचस्प चीज देखने को मिली, वह यह थी कि सीएसके के गेंदबाजों ने इस मैच में एक भी नो बॉल नहीं फेंकी। इससे धोनी काफी खुश नजर आए। इसका फायदा सीएसके की टीम को यह हुआ कि मुंबई को कम स्कोर पर रोक दिया। दरअसल, चेन्नई के गेंदबाजों ने गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपरजाएंट्स के खिलाफ पहले दो मैचों में काफी नो बॉल फेंकीं थीं। इससे धोनी काफी नाराज थे। उन्होंने लखनऊ के खिलाफ मैच में जीत हासिल करने के बाद अपने गेंदबाजों को और टीम को चेतावनी भी दी थी।

क्यों अपने गेंदबाजों से नाराज थे धोनी?

गुजरात के खिलाफ चेन्नई के गेंदबाजों ने एक्स्ट्राज से 12 रन दिए थे, जिसमें चार वाइड और दो नो बॉल थीं। तुषार देशपांडे और राजवर्धन हंगरगेकर ने एक-एक नो बॉल फेंकी थी। इसके बाद लखनऊ के खिलाफ मैच में चेन्नई के 215 रन का पीछा करते हुए लखनऊ ने 205 रन बना दिए थे। सीएसके के गेंदबाजों ने एक्स्ट्रा से 18 रन दिए थे, जिसमें 13 वाइड और तीन नो बॉल शामिल थीं। ये तीनों नो बॉल तुषार देशपांडे ने फेंकी थीं। वहीं, पांच वाइड दीपक चाहर, चार तुषार और तीन वाइड हंगरगेकर ने फेंकी थीं। इससे धोनी काफी नाराज थे।

धोनी ने क्या चेतवानी दी थी?

कैप्टन कूल ने लखनऊ के खिलाफ मैच के बाद कहा था कि अगर चेन्नई के फास्ट बॉलर्स नो बॉल फेंकनी बंद नहीं करेंगे तो वह कप्तानी से हट जाएंगे और टीम को नए कप्तान के अंदर खेलना होगा। उन्होंने कहा था कि यह मेरी दूसरी वॉर्निंग होगी और मैं हट जाऊंगा। इसके बाद चेन्नई के गेंदबाजों में गजब का सुधार देखने को मिला। मुंबई के खिलाफ सीएसके ने सिर्फ आठ रन एक्स्ट्राज के रूप में दिए, लेकिन इनमें एक भी नो बॉल नहीं थीं। धोनी की चेतावनी के बाद सीएसके के पेस बॉलर्स में गजब का सुधार देखने को मिला। इतना ही नहीं तुषार ने रोहित शर्मा को बेहतरीन गेंद पर क्लीन बोल्ड भी किया।

मोइन और स्टोक्स नहीं खेल रहे थे

मोइन अली और बेन स्टोक्स इस मैच में नहीं खेल रहे थे। ऐसे में धोनी अलग प्लेइंग कॉम्बिनेशन के साथ मैदान पर उतरे थे। दीपक चाहर पहले ओवर में ही चोटिल हो गए थे। ऐसे में तुषार देशपांडे, मगाला और ड्वेन प्रिटोरियस ही तेज गेंदबाज के तौर पर चेन्नई के पास उपलब्ध थे। तुषार ने तीन ओवर में 31 रन खर्च किए, जबकि मगाला ने अपने डेब्यू मैच में चार ओवर में 37 रन लुटाए। प्रिटोरियस ने चार ओवर में 28 रन दिए।

मैच में क्या हुआ

नो बॉल और फ्री-हिट न मिलने से असर यह हुआ कि मुंबई की टीम कम स्कोर ही बना सकी। वानखेड़े स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई की टीम 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 157 रन ही बना सकी। कप्तान रोहित शर्मा 13 गेंदों में 21 रन, ईशान किशन 21 गेंदों में 32 रन, कैमरन ग्रीन 11 गेंदों में 12 रन, सूर्यकुमार यादव एक रन, तिलक वर्मा 18 गेंदों में 22 रन, अरशद खान दो रन, ट्रिस्टन स्टब्स पांच रन बना सके। आखिर में टिम डेविड ने 22 गेंदों में 31 रन और ऋतिक शौकीन ने 13 गेंदों में 18* रन की पारी खेली। चेन्नई की ओर से रवींद्र जडेजा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। वहीं, तुषार देशपांडे और मिचेल सैंटनर को दो-दो विकेट मिले। सिसांदा मगाला ने एक विकेट लिया।

जवाब में चेन्नई ने 18.1 ओवर में तीन विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। डेवोन कॉनवे खाता खोले बिना पवेलियन लौटे। हालांकि, इसके बाद अजिंक्य रहाणे ने तूफानी पारी खेली। वह 27 गेंदों में 61 रन बनाकर आउट हुए। अपनी पारी में रहाणे ने सात चौके और तीन छक्के लगाए। वहीं, शिवम दुबे ने 26 गेंदों में 28 रन की पारी खेली। ऋतुराज गायकवाड़ ने 36 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 40 रन और अंबाती रायुडू 16 गेंदों में तीन चौके की मदद से 20 रन बनाकर नाबाद रहे। मुंबई की ओर से जेसन बेहरनडॉर्फ, पीयूष चावला और कुमार कार्तिकेय को एक-एक विकेट मिला।

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