ओमिक्रॉन के नए XBB.1.16 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, स्टडी में दुनियाभर में फैलने की जताई गई आशंका

नई दिल्ली। भारत में COVID उछाल का कारण बन रहा XBB.1.16 ओमिक्रॉन वैरिएंट की प्रभावी प्रजनन संख्या XBB.1 और XBB.1.5 की तुलना में क्रमशः 1.27 और 1.17 फीसदी अधिक है। हालिया में अध्ययन से यह जानकारी सामने आई है।

आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही XBB.1.16 ओमिक्रॉन वैरिएंट पूरी दुनिया में फैल जाएगा। अभी यह अध्ययन प्रकाशित नहीं हुआ है। 

”दुनियाभर में फैल सकता है XBB.1.16 वैरिएंट”

अध्ययन के अनुसार, SARS-CoV-2 ओमिक्रॉन के XBB सब वेरिएंट XBB.1.16 का मार्च 2023 के अंत में मामले सामने आए। कई देशों में इसके मामले दिखाई दिए। XBB.1.16 की प्रभावी प्रजनन संख्या इसके मूल वैरिएंट XBB.1 और XBB.1.5 से क्रमशः 1.27 और 1.17 फीसदी अधिक पाई गई है। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही XBB.1.16 दुनियाभर में फैल जाएगा।

अध्ययन में मल्टीस्केल जांच से पता चला है कि अपने मूल वैरिएंट्स की तुलना में XBB.1.16 के मानव आबादी में पनपने के आसार अधिक हैं और यह अपने मूल वैरिएंट्स की ही तरह मजबूत इम्यून प्रणाली को भेद सकता है।

मांडविया ने राज्यों को सतर्क रहने की दी हिदायत

देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों से सतर्क रहने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की और 10-11 अप्रैल को कोरोना अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया।

इस बैठक में मांडविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सतर्क और कोविड-19 प्रबंधन के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करना जारी रखने की जरूरत है, जैसा कि पिछली बार कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के दौरान किया गया था। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने XBB.1.16 को निगरानी के अधीन रखे जाने वाले वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]