दुर्ग। जिले में 6 माह के मासूम की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जिस मां पर जादू टोना के चलते बच्चा मारने का आरोप लग रहा था उसने सच्चाई बताई है। आरोपी मां मालती यादव ने बताया कि उसका पति दिलीप यादव शराब-गांजा पीने का आदी था। घर में इतने पैसे भी नहीं छोड़ता था कि वह अपने बच्चों को कुछ खिला सके। बच्चा भूखे मरे यह देखने से पहले ही उसने उसे तालाब में फेंक कर मार दिया। हालांकि परिजन और पड़ोसी महिला को मानसिक रोगी और तंत्र-मंत्र में विश्वास रखने वाली बता रहे हैं।
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने मालती यादव से मनोवैज्ञानिक बनकर पूछताछ की। उसने बताया कि चार साल पहले उसके ससुराल वालों ने भूत प्रेत बाधा होना बोलकर बैगा से इलाज कराया था। उसके बाद उसे टोनही कह कर प्रताड़ित करने लगे। उसका पति दिलीप यादव शराब और गांजा पीने का आदी है। वह कुछ काम नहीं करता और पत्नी के जेवर से लेकर भगवान को चढ़ाए गए पैसों तक की दारू पी गया। मालती की 5 साल की बेटी भी है। बेटी कुछ मांगती तो पैसा न होने से वह उसे कुछ खिला नहीं पाती थी। पति से बोलती तो उसे गाली गलौज कर मारता पीटता था। इसी दौरान उसके दूसरी महिला से संबंध होने का पता चला। इससे वो मानसिक रूप से परेशान हो गई। सास से बोली तो उन्होंने बोला उसका बेटा गुस्सैल है। कुछ मत बोल चुप रह। इससे उसकी मानसिक स्थिति भी बिगड़ने लगी। इसके बाद उसका इलाज मनोरोग चिकित्सक से चल रहा था।
मातृत्व लाभ के पैसों की पी गया दारू
मालती यादव फिर से गर्भवती हुई तो दिलीप ने उसकी देख रेख नहीं की। उसने डिलीवरी के लिए उसे उसके मायके भेज दिया। भाई ने जैसे तैसे खर्च उठाया। डिलीवरी के बाद मां को पौष्टिक आहार के लिए शासन से जो 3000 रुपए की राशि मिली थी, उसकी भी वो दारू पी गया।
देवी को बकरा चढ़ाने का वादा भी नहीं किया पूरा
मालती ने दिलीप के साथ देवी में मन्नत मांगी थी कि यदि उसको लड़का होगा तो वह उसे बकरा पूजेगी। लड़का होने के बाद उसने देवी के लिए व्रत रखा। उसमें कुछ पैसे चढ़ाए कि उसको जोड़कर बकरा पूजेगी। दिलीप ने उन पैसों को भी दारू में खर्च कर दिया। जब उसने मांगा तो गाली गलौज कर मारपीट करने लगा। इससे तंग आकर उसने अपने मासूम बेटे को मारने जैसा खौफनाक कदम उठाया। एसपी दुर्ग ने मालती के पति दिलीप यादव के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
यह है मामला
31 मार्च को चौकी नगपुरा थाना पुलगांव में मालती यादव पति दिलीप यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि रात में उसके 6 माह के बच्चे दीपांशु यादव को कोई उठाकर ले गया है। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने सीडीआर और घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसी दौरान 1 अप्रैल को गांव के डबरी तालाब में अपहृत बच्चे का शव मिला। पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें घटना की रात करीब 2.40 बजे एक महिला काले रंग की साड़ी पहने हुये अपने कन्धे पर बच्चे को ले जाती हुई दिखी। फुटेज को गांव वालों व घर-परिवार के सदस्यों को दिखाया तो उन्होंने महिला की पहचान मालती यादव के रूप में की। जब पुलिस ने मालती से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बच्चे को जिंदा तालाब में फेंकना स्वीकार किया।
[metaslider id="347522"]