बिलासपुर, 2 अप्रैल । दो माह में ही ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए आबकारी और एनडीपीएस एक्ट कुल 1303 लोग गिरफ्तार किए गए है, जिनमें से गैर-जमानतीय प्रकरणों 215 व्यक्ति (126 आबकारी व 89 एनडीपीएस) में और नशे से जुड़े किए गए अन्य प्रतिबंधात्मक प्रकरणों में कुल 228 आरोपी जेल भेजे गए हैं। शराब पीकर वाहन चलाने वाले 501 लोगों के विरुद्ध 185 MV एक्ट की कार्यवाही कर जप्त वाहन को माननीय न्यायालय पेश किया गया जहां प्रत्येक पर दस हजार रुपए का जुर्माना हुए हैं।
कोटपा एक्ट के अंतर्गत 20 कार्यवाही में फ्लेवर्ड तंबाकू, हुक्का पाट, पाइप कोल, जप्त किया गया। जागरूकता कार्यक्रम के तहत अवैध नशे विरुद्ध विद्यालय व कॉलेज एवं सार्वजनिक स्थान में 505 जागरूकता मीटिंग लिया गया।
इस वर्ष फरवरी माह से पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर बी.एन. मीणा, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष कुमार सिंह की उपस्थिति में अवैध नशा के विरुद्ध अभियान निजात की शुरुआत की गई थी । पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष कुमार सिंह के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेंद्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में बिलासपुर के सभी थाना अंतर्गत अवैध नशा के कार्य में संलिप्त लोगों के विरुद्ध ताबड़तोड़ तरीके से कार्यवाही की गई है।
फरवरी माह से शुरू किए गए अवैध नशे के खिलाफ कार्यवाही और जागरूकता अभियान निजात के तहत सिर्फ दो माह में ही ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए कुल 1303 लोग गिरफ्तार किए गए है, जिनमें से गैर-जमानतीय प्रकरणों और नशे से जुड़े किए गए प्रतिबंधात्मक प्रकरणों में कुल 228 आरोपी जेल भेजे गए हैं।
आबकारी के कुल 1212 दर्ज प्रकरणों में 2413 लीटर शराब जप्त हुई है। आबकारी में गिरफ्तार लोगों में बड़ी संख्या सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन कर हुडदंग करने वाले लोग हैं। एनडीपीएस प्रकरणों के 73 प्रकरणों में 280 किलो गांजा और अन्य नशीली वस्तुएं जप्त कर 89 आरोपियों को जेल भेजा गया है। कुल 50 लाख कीमती मशरूका जप्त हुई। अवैध शराब, गांजा के अलावा बड़ी मात्रा में इंजेक्शन, कफ सिरफ, टेबलेट, एम्पुल, चरस व ट्यूब शल्युशन जप्त किया गया है। चेतावनी देने के बावजूद नशे के लिए सीरप बेच रहे मेडिकल संचालक और एक नशे का सामान बेच रहे एक डेयरी संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है।
नशा में गाड़ी चलाने वाले 501 लोगों पर एमवी एक्ट के कार्यवाही करते हुए प्रत्येक प्रकरण को कोर्ट भेजा गया, जहां प्रत्येक ऐसे चालक पर दस-दस हजार रुपए का भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है। नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत कुल स्कूल कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर 505 कार्यक्रम किए गए।
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